उफान से दारागंज कछार के तीन दर्जन घरों में घुसा पानी

पीछे हटने लगी आबादी, डीएम ने निरीक्षण कर जारी किया एलर्ट

ALLAHABAD: यमुना के बाद गंगा ने भी रौद्र रूप धारण कर लिया है जिससे कछार के निवासियों के सांसें फूलने लगी हैं। रविवार को गंगा के पानी ने दारागंज के तटीय इलाकों में उत्पात मचाना शुरू कर दिया। तीन दर्जन से अधिक झोपड़-पट्टियों में पानी घुस गया तो आधा दर्जन झोपडि़यां जमींदोज हो गए। जिस तेजी से गंगा में उफान में आया है उसको देखते हुए डीएम ने एलर्ट जारी कर दिया है। दोपहर में उन्होंने संगम का निरीक्षण कर जरूरी दिशा निर्देश जारी किए, साथ लोगों को बाढ़ के खतरे से न घबराने की सलाह दी है। उन्होंने प्रशासन के चौकन्ना रहने का आश्वासन दिया है।

यहां पर गंगा ने बरपाया कहर

पिछले 24 घंटे के भीतर गंगा का जलस्तर तीन मीटर बढ़ जाने से कछार के लोगों के होश उड़े हुए हैं। रविवार सुबह गंगा ने दारागंज सब्जी मंडी पर बसी झोपड़-पट्टियों को अपनी चपेट में ले लिया। सुबह उठकर लोगों ने देखा कि उनके घरों में पानी घुस गया है तो खलबली मच गई। लोगों ने पलायन शुरू कर दिया। कई लोग अपना सामान समेटकर दूसरी जगहों पर निकल गए। गंगा की चपेट में आकर रामा चपरासी, फुत्तू, लल्लर आदि के मकान गिर गए तो गुलशन, मिन्नी, अनूप, बड़की, मुनिया आदि के घरों में पानी घुस गया। इसी क्रम में यमुना में रविवार को करीब दो मीटर जल वृद्धि दर्ज की गई।

भक्तों को अद्भुत पलों का इंतजार

गंगा के तेजी से बढ़ने की वजह से पानी संगम बड़े हनुमान मंदिर के काफी नजदीक पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि जलस्तर बढ़ने का क्रम यही रहा तो सोमवार को गंगा बड़े हनुमानजी को स्नान करा सकती हैं। इसी का असर रहा कि रविवार को मंदिर में दर्शनार्थियों की खासी भीड़ उमड़ी रही। भक्तों ने बजरंगबली समेत गंगा मैय्या के जयकारे लगाए। बता दें कि 81 मीटर जलस्तर क्रास करने के बाद गंगा मंदिर में प्रवेश करती हैं। नदियों के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी के चलते तीर्थ पुरोहित व दुकानदारों ने सुरक्षित जगहों पर अपना ठिकाना बना लिया है।

डीएम ने मौके पर किया निरीक्षण

रविवार को डीएम संजय कुमार ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जल पुलिस बोट से संगम नोज, राम घाट और हनुमान घाट का निरीक्षण किया। उन्होंने 24 घंटे जलस्तर की निगरानी का आदेश देते हुए बक्शी बांध स्लूज गेट बंद करा दिया है। पंपिंग स्टेशनों को 24 घंटे चालू रखने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने प्रभारी जल पुलिस केडी यादव से परिस्थितियों को देखते हुए जल पुलिस और गोताखोरों की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए हैं। कहा कि सर्च लाइट ओर जाल की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि गंगा यमुना में नाव संचालन को प्रतिबंधित कर दिया, कोई न माने तो नाव जब्त की जाएं। उन्होंने शहरवासियों को निश्चिंत रहने का आश्वासन दिया है।

खतरे का निशान-84.07 मीटर

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चौबीस घंटे में कितना बढ़ा पानी

फाफामऊ--80.38 मीटर

छतनाग--79.22 मीटर

नैनी--79.96 मीटर

इन इलाकों पर मंडराया खतरा

सिचाई विभाग के अधिशासी अभियंता मनोज सिंह ने बताया कि गंगा में नरौरा तो यमुना में एमपी में हो रही जोरदार बारिश से जलस्तर बढ़ रहा है। सोमवार को भी जलस्तर में वृद्धि हो सकती है। फिलहाल, नदियों में पानी बढ़ने से बघाड़ा, सलोरी, ओम गायत्री नगर, रसूलाबाद, दारागंज आदि इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। उधर डीएम ने किला घाट से दारागंज तक के घाटों की बैरिकेडिंग करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति देर सवेर चार पहिया अथवा किसी अन्य वाहन से घाट तक न पहुंचने पाए।