छोटा बघाड़ा में बाढ़ के सदमे से वृद्धा की हुई मौत

शहर में सैलाब ला सकता है कई बांधों से छोड़ा गया पानी

PRAYAGRAJ: लगातार बढ़ रहा नदियों का जलस्तर जानलेवा हो चुका है। शनिवार को छोटा बघाड़ा में एक वृद्धा की बाढ़ के सदमे से मौत हो गई। मार्निग में वह टहलने निकली थी और घर से थोड़ी दूर पर गंगा का पानी देख उसे लगा कि मेरा मकान भी डूब जाएगा। घर लौटने के बाद उसे चक्कर आया और वह गिर पड़ी। उसके मकान में किराए पर रहने वाले छात्रों ने इसकी जानकारी एंबुलेंस को दी लेकिन वह 11 बजे आई। आनंद हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने वृद्ध को मृत घोषित कर दिया। उधर, जिला प्रशासन ने बाढ़ की संभावना देखते हुए एलर्ट जारी कर दिया है।

हक्का-बक्का रह गए लोग

एरिया में अचानक हुई घटना से लोग हक्का बक्का रह गए। पार्षद नितिन यादव ने बताया कि 55 वर्षीय फूलमती लॉज चलाती है। इसमें कई छात्र रहते हैं। उसके तीन बेटा और एक बेटी है। मूलरूप से जंघई की रहने वाली फूलमती को लोग बेहोश होने के बाद चारपाई पर लादकर हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। हालात को देखते हुए प्रशासन ने भी शनिवार शाम एलर्ट जारी कर दिया। बाढ खंड इकाई द्वारा जारी सूचना में बताया गया कि बेतवा, केन नदी में आए उफान के चलते हमीरपुर और बांदा में नदियां खतरे के निशान के आसपास बह रही हैं। इसकी वजह से वहां से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है।

कहां से कितना पानी आ रहा

माताटीला बांध से 4.08 लाख क्यूसेक

लातूरा बांध से 1 लाख क्यूसेक

बरियारपुर बांध से 1.35 लाख क्यूसेक

गंगा बैराज से 1.60 लाख क्यूसेक

दारागंज में भेजी गई नाव, बंद हुआ चाचरनाला

गंगा का पानी छोटा बघाड़ा, राजापुर, सलोरी, दारागंज सहित तमाम एरिया में प्रवेश कर चुका है। दारागंज की सड़क बाढ़ में डूब चुकी है और लोग पलायन पर मजबूर हो चुके हैं। यहां पर मार्निग में नाव भेजकर लोगों को दूसरी जगहों पर भेजा गया। इसी तरह फूलपुर बजरा सोनौटी में चार नाव भेजी गई हैं। अन्य जगहों पर भी रेस्क्यू की तैयारियों को जोर दिया जा रहा है। बता दे कि बक्शी बांध का स्लूज गेट पहले बंद कर दिया गया था, शनिवार को प्रशासन ने चाचर नाला का गेट भी बंद कर दिया। इससे शहर दक्षिण समेत बहादुरगंज, कीडगंज, बासमंडी आदि एरिया में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है। उम्मीद जताई की वार्निग लेवल 83.73 मीटर क्रास कर जाएंगी।

नदियों का जलस्तर

खतरे का निशान- 84.73 मीटर

गंगा- 83.19 मीटर

यमुना- 83.04 मीटर

प्रति घंटा जलस्तर बढ़ने की रफ्तार- 3 सेमी

चौबीस घंटों में बढ़ा जलस्तर- गंगा में 82 और यमुना में 72 सेमी

अलग-अलग बांध से आठ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जो कुछ समय बाद प्रयागराज से होकर गुजरेगा। इसकी वजह से नदियों में उफान आने की संभावना है। इसलिए खतरे के निशान तक नदियों के पहुंचने की सूचना जारी कर दी गई है।

ब्रजेश कुमार, ईई, बाढ़ खंड इकाई