- सामान्य हिन्दी के दोनों प्रश्न पत्रों की तैयारी के लिए दें बराबर समय

- परीक्षा हॉल में एग्जाम के समय अनावश्यक संक्षिप्ता से बचने का करें प्रयास

ALLAHABAD: बोर्ड परीक्षा की तैयारी के समय इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि तैयारी सही दिशा में की जाए, जिससे उसका रिजल्ट बेहतर आ सके। सामान्यत:

हिन्दी विषय पर स्टूडेंट्स ज्यादा समय नहीं देते हैं। लेकिन हिन्दी में थोड़ी सी मेहनत से ही स्टूडेंट्स परीक्षा में बेहतर अंक हासिल कर सकते हैं। इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में हिन्दी विषय की तैयारी के संदर्भ में एक्सप‌र्ट्स बताते हैं कि स्टूडेंट्स को दोनों प्रश्न पत्रों में बराबर से मेहनत करनी चाहिए। जिससे दोनों ही प्रश्न पत्र को तैयार किया जा सके। प्रथम प्रश्न पत्र में हिन्दी साहित्य का इतिहास, सूरदास, तुलसीदास, जयशंकर प्रसाद, मैथिलीशरण गुप्त, रामधारी सिंह दिनकर, भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जैसे अन्य साहित्यकारों व कवियों की जीवनी, कथासार, खण्ड काव्य के नाटक आदि की तैयारी सही ढंग से की जाए।

निबंध का करें अभ्यास

समान्य हिन्दी के दूसरे प्रश्नपत्र में निबंध व प्रार्थना पत्र को लिखकर नियमित रूप से अभ्यास करें। निबंध व प्रार्थनापत्र दोनों ही पूर्ण अंक दिलाने में काफी फायदेमंद होते हैं। इसके साथ ही रस, छंद, अलंकार, सरिता, राजा का रूप, गुण के साथ ही दीर्घ संधि, वाक्य शुद्धि का भी अभ्यास करे। जिससे स्टूडेंट्स दूसरे प्रश्न पत्र में अधिक अंक हासिल कर सकें।

एक्सप‌र्ट्स टिप्स

- परीक्षा के दौरान सुन्दर हस्त लेख का रखें ध्यान

- प्रश्नों के उत्तर को लिखते समय उसके क्रम का ध्यान रखें और उसी के अनुसार उत्तर दें।

- उत्तर लिखते समय अनावश्यक संक्षिप्तता से बचने का प्रयास करें।

- महत्वपूर्ण बिन्दुओं को उत्तर लिखने के बाद अवश्य रेखांकित करें।

- व्याख्या के अंत में साहित्यिक सौन्दर्य अवश्य रूप से लिखें।

- निबंध में विषय वस्तु का निरूपण शीर्षकों के अन्तर्गत करें।

- पिछले सालों के प्रश्नों को हल करके समय का संयोजन ठीक से करें।

अजय कुमार दुबे

प्रवक्ता हिन्दी, रानी रेवती देवी स.वि.नि.ई। कालेज