Healthy hairमॉनसून में स्किन की केयर के साथ साथ बालों की केयर भी बहुत जरूरी होती है. Hair conditioner बालों को protection और bounce देते हैं लेकिन इसे यूज करने से पहले ये देखना जरूरी है कि आपके hair texture पर कौन सा conditioner suit करेगा.

शैंम्पू के बाद कंडिशनर बालों के लिए मस्ट होता है. कंडिशनर का सेलेक्शन अपने बालों के टेक्सचर और नीड के अकॉर्डिंग करना चाहिए. गलत कंडिशनर सेलेक्ट करने से बाल फ्रिजी और डल हो सकते हैं-

Ideal hair conditioner

कंडिशनर लेते वक्त ये ध्यान रखें कि आप जो कंडिशनर सेलेक्ट कर रहे हैं वो आपके बालों को सूट कर रहा है या नहीं. इन्हें कई कैटेगेरीज में डिवाइड किया जा सकता है. 

Acidifiers: इस कंडिशनर में मौजूद एलिमेंट्स बालों के क्यूटिकल्स को क्लोज करते हैं. इससे बालों में शाइन आती है.       

Suits: ये कंडिशनर नॉर्मल फाइन टेक्सचर वाले बालों को बाउंसी बनाता है.

Reconstructing:  इस कंडिशनर में प्रोटींस होते हैं. नॉर्मल टेक्सचर वाले बालों पर यूज करने से उनके हेयर ज्यादा ऑइली लगेंगे.

Suits: ये हल्के और स्प्लिट एंड हेयर्स को नरिशमेंट प्रोवाइड करता है.

Moisturizers: मॉश्चराइजर्स में मौजूद कंपाउंड्स बालों में

मॉइश्चर को होल्ड करके सिल्की लुक देते हैं.

Suits: ये कंडिशनर ड्राई और रफ बालों में सॉफ्टनेस और शाइनिंग लाते हैं.

Thermal protectors: इनमें मौजूद कंपाउंड्स बालों को हीट से प्रोटेक्ट करते हैं.       

Suits: अगर बालों में ब्लो ड्रायर, हीट कर्लर और स्ट्रेटनर वगैरह रेग्युलर बेसिस पर यूज करती हैं तो ये कंडिशनर आपके बालों को प्रोटेक्ट करेगा और हेल्दी भी रखेगा.