इंडिया वर्सेज इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के दौरान हुई घटना

इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली टेस्ट में टीम इंडिया के मुरली विजय अपनी खेल भावना के कारण सुर्खियों मे हैं। टीम इंडिया की पहली पारी के दौरान विजय को बैटिंग कर रहे थे। इंग्लैंड के बॉलर स्टोक्स ने उन्हे एक बॉल पर आउट होने की अपील की। अपील पर विजय को लगा कि वो आउट हो चुके हैं तो आंपयर का फैसला आने से पहले ही उन्होंने पवेलियन का रुख किया। ग्राउंड अंपायर, गेंदबाज बेन स्टोक्स और इंग्लैंड टीम की अपील नकारे जाने के बावजूद उन्होंने लौटने का फैसला कर लिया।

जब आउट की अपील होने के बाद विजय ने छोड़ा मैदान

मामला मोहाली में हुए इंडिया वर्सेज इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच का है। इंग्लैंड के 283 रनों के जवाब में भारतीय पारी की शुरुआत में मुरली विजय आउट ऑफ टच दिखे। जब वह 12 रन पर खेल रहे थे तभी स्टोक्स की ऑफ स्टंप से बाहर निकलती गेंद पर बल्ला चला बैठे और विकेट के पीछे जॉनी बेयरस्टॉ ने गेंद को लपक लिया। इंग्लैंड ने जोरदार अपील की लेकिन अंपायर जैफने ने इसे नकार दिया और विजय को नॉट आउट दिया। सुनील गावस्कर को भी जब लगता था कि वो आउट हो चुके हैं तो अपने अनोखे अंदाज में वो बैट कंधे के नीच हाथ में दबा कर पावेलियन की ओर लौट आते थे।

गुंडप्पा विश्वनाथ ने पेश की थी स्पोर्टसमैन स्प्रिट की मिसाल

मुरली विजय और सुनील गावस्कर ऐसा करने वाले कोई पहले भारतीय खिलाड़ी नही हैं। स्पोर्ट्समैन स्प्रिट से कहीं बड़ी मिसाल मैदान पर टीम इंडिया के महान बल्लेबाज रहे गुंडप्पा विश्वनाथ पेश कर चुके हैं। विश्वनाथ ने इंग्लैंड के विकेटकीपर और बल्लेबाज बॉब टेलर को अंपायर द्वारा आउट करार दिए जाने के बाद भी बल्लेबाजी के लिए बुलाया था। विश्वनाथ इस मैच में भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे थे। क्रिकेट जगत में विश्वनाथ के इस फैसले को मील का पत्थर माना जाता है। उनके इस कदम की उन्हें खूब सराहना मिली थी।

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