ऐसी है जानकारी
जानकारी के अनुसार 1996 से 2001 तक तालिबानी शासन के दौरान इस तरह की सजा देना आम बात हुआ करती थी। वहीं अब तालिबान के कमजोर पड़ने के बाद इस तरह की घटना वाकई चौंकाने वाली है। वीडियो में एक महिला बुर्के में जमीन पर बैठी दिख रही है और पगड़ी पहना व्यक्ति उसे चमड़े के चाबुक से मार रहा है। इस दौरान कुछ ही दूरी पर कुर्सियों पर बैठे दर्जनों लोग इस घटना को देख रहे हैं।

स्थानीय सरकार करती है समर्थन
गौरतलब है कि स्थानीय सरकार की ओर से इस तरह की सजाओं को समर्थन दिया जाता है। सजा को सही ठहराते हुए स्थानीय गवर्नर सेमा जोवेंदा के प्रवक्ता ने बताया कि बीते काफी समय से दोनों के अवैध रिश्ते थे, लेकिन कुछ दिन पहले ही इन दोनों को पकड़ा गया है। ये सजा शरिया कानून के मुताबिक दी जाती है। इससे दूसरों को सबक मिलेगा।

एक महिला को जलाया गया था जिंदा
बताते चलें कि अफगानिस्तान की सरकार देश के अंदरूनी इलाकों में शरिया कानून के आधार पर दी जाने वाली सजा का विरोध करती है। इसके बावजूद इसे पूरी तरह रोकने में नाकाम है। अफगानिस्तान के कबीलाई इलाकों में आज भी पत्थरों से कुचलने व कोड़े मारने की सजा लोगों को दी जाती है। बताया गया है कि इस साल मई में काबुल में एक महिला को भीड़ ने पीटने के बाद जिंदा जला दिया गया था। उस महिला पर कुरान जलाने का झूठा आरोप लगाया गया था।

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