- फायर सीजन से निपटने को हर प्रभाग में बनाए गए 40 कंट्रोल रूम

-डिस्ट्रिक्ट में डीएम की अध्यक्षता में सुरक्षा समितियों की बैठकें पूरी

DEHRADUN: उत्तराखंड में 15 फरवरी से फॉरेस्ट फायर सीजन शुरू हो चुका है। फायर की घटनाओं से निपटने के लिए वन विभाग तैयारियां पूरी कर चुका है। दावा किया गया है कि राज्य गठन के बाद ये पहला मौका है, जब सभी 13 डिस्ट्रिक्ट में फायर से निपटने को एक्शन प्लान तैयार किया गया है। इसके अलावा जिलों में डीएम की अध्यक्षता में सुरक्षा समितियों की बैठकें पहले ही पूरी हो चुकी हैं।

पहाड़ों में धधकने लगे जंगल

स्टेट में फॉरेस्ट फायर सीजन शुरू होते ही कई इलाकों में जंगलों में फायर की घटनाएं सामने आने लगी हैं। वन विभाग को राज्यभर से तीन इलाकों में फायर की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। जनपद चमोली के जोशीमठ के उर्गम घाटी में 12 व 13 फरवरी को लगातार दो दिन तक जंगल सुलगते रहे, ये फायर की लपटें 14 फरवरी तक नजर आई। इसके अलावा नैनीताल में भी जंगल में फायर की सूचनाएं मिली हैं। इस बार जब फरवरी माह में फायर की खबरें सामने आ रही हैं तो मई-जून के पीक सीजन में क्या हालत होगी। इधर, लगातार टेंप्रेचर में भी उछाल देखने को मिल रहा है। बीती 13 फरवरी को दून में मैक्सीम टेंप्रेचर 29.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हालांकि वन विभाग का दावा है कि इस बार खासी बारिश व बर्फबारी के कारण जंगलों में आग लगने की संभावनाएं गत वर्षो की तुलना में कम हैं।

1437 क्रू स्टेशन किए गए तैयार

मुख्य वन संरक्षक वनाग्नि सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन बीके गांगटे के अनुसार अबकी बार फायर की घटनाओं से निपटने के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने जनवरी माह में ही तैयारी पूरी कर ली हैं। अब तक 14 मास्टर कंट्रोल रूम गठित किए गए हैं। जबकि 174 वॉच टावर के अलावा 1437 क्रू स्टेशन बनाए गए हैं। 199 मोबाइल सेट फायर की सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए तैयार किए गए हैं, जबकि 1631 वायरलैस हैंड सेट भी तैयार कर लिए गए है। गढ़वाल मंडल वन संरक्षक जीएस पांडे के अनुसार गढ़वाल मंडल के 7 जिलों में आग से निपटने की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। अब केवल प्रिवेंशन व उपचार कार्य को फाइनल टच दिया जा रहा है। मुख्य वन संरक्षक वनाग्नि सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन बीके गांगटे के अनुसार फॉरेस्ट फायर को रोकने के लिए तीन प्रकार से जैसे रिजर्व फॉरेस्ट, सिविल वन पंचायत व केंद्र पोषित बजट का इंतजाम होता है। इसके तहत केंद्र से अब तक 16 करोड़ रुपए बजट रिलीज हो चुका है। जिसके जरिए फॉरेस्ट फायर को रोकने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

- कंट्रोल रूम--40

- वॉच टावर--174

- क्रू स्टेशन--1437

- वायरलैस हैंड सेट--1631

यह किए जाएंगे उपाय

स्कूल और विलेजेज तक अवेयरनेस प्रोग्राम।

सड़कों और पैदल मागरें से हटाए जाएगी सूखी घास

संसेटिव एरियाज में महकमे की नजर

सूचनाओं को पहुंचाने को वाहट्सएप ग्रुप किए गए तैयार

फील्ड कार्मिकों को लीथियम बैटरी चलित ब्लोअर व टॉर्च कराए गए मुहैया

कंट्रोल रूम के अलावा अधिकारियों के नंबर होंगे फ्लैश