पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री के नाती हैं सिद्धार्थ नाथ सिंह

साफ-सुथरी छवि और मेहनती प्रवृत्ति के चलते मिला मंत्री पद

ALLAHABAD: गुदड़ी के लाल कहे जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाती सिद्धार्थ नाथ सिंह को इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा सीट से पहली बार कमल खिलाने का श्रेय जाता है। उन्हे अपने नाना के पद चिन्हों पर चलकर भाजपा में न केवल साफ-सुथरी छवि वाले नेता का खिताब हासिल हुआ है, बल्कि पार्टी द्वारा प्रदान की गई कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभाने पर उप्र सरकार में बतौर इनाम कैबिनेट मंत्री का पद भी दिया गया। रविवार को उन्होंने लखनऊ में मंत्री पद की शपथ ली तो समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। उन्होंने शहर के तमाम इलाकों में खूब जश्न मनाया।

प्रतिष्ठित कायस्थ परिवार से ताल्लुक

सिद्धार्थ नाथ सिंह प्रतिष्ठित कायस्थ परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता स्व। विजयनाथ सिंह के बड़े भाई चौ। नौनिहाल सिंह प्रदेश की एनडी तिवारी एवं वीपी सिंह सरकार में कद्दावर मंत्री रहे हैं। एक अक्टूबर 1963 को नई दिल्ली में जन्मे सिद्धार्थनाथ ने बीए (ऑनर्स) अर्थशास्त्र से किया है। परिवार में उनकी पत्‍‌नी डॉ। नीता सिंह और पुत्र सिद्धांत और निशांत हैं। उनका सियासी सफर वर्ष 1997 से शुरू हुआ। इसी वर्ष वे बीजेपी के सक्रिय सदस्य बने। इसके बाद उन्हें पार्टी ने कई बड़ी जिम्मेदारियां दी, जिनका उन्होंने सफलतापूर्वक निर्वहन किया। वे भाजपा युवा मोर्चा में राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य भी रहे। इसके साथ ही उन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल और गुजरात की जिम्मेदारियां भी सौंपी गई।

तो आज होते सांसद

वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद की फूलपुर लोकसभा सीट से सिद्धार्थ नाथ सिंह का टिकट लगभग पक्का हो चुका था। इस सीट से चुनाव लड़ने के दावेदारों में कई दूसरे बड़े नाम भी शामिल थे, लेकिन पार्टी संगठन ने सिद्धार्थ पर भरोसा जताया था। ऐन वक्त पर विहिप संरक्षक अशोक सिंघल के हस्तक्षेप से प्रधानमंत्री मोदी ने केशव प्रसाद मौर्या को इस लोकसभा क्षेत्र से टिकट सौंप दिया था। हालांकि, इसके बावजूद सिद्धार्थ नाथ पार्टी के साथ लगकर काम करते रहे और प्रदान की गई जिम्मेदारियों को चुनौती के रूप में स्वीकार किया। विधानसभा चुनाव में उन्होंने शहर पश्चिमी से बसपा से दो बार विधायक रही पूजा पाल को 25 हजार से अधिक वोटों से पराजित किया।

एक नजर में सिद्धार्थ नाथ

नाम- सिद्धार्थ नाथ सिंह

पत्‍‌नी- डॉ। नीता सिंह

उम्र- 54 साल

बेटे- सिद्धांत और निशांत

पिता- स्व। विजय नाथ सिंह

नाना- पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री

सियासी सफर

1997 में भाजपा के सक्रिय सदस्य बने।

1998 में भाजपा युवा मोर्चा में दिल्ली प्रदेश के कार्यसमिति सदस्य बनाए गए।

2000 में भाजपा युवा मोर्चा में राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं मीडिया सचिव बने।

2002 में भाजपा की केंद्रीय मीडिया सेल के सहसंयोजक का दायित्व दिया गया।

आगे चलकर गुजरात, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मीडिया समन्वयक बनाए गए।

2009 में राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं समन्वयक लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी दी गई।

2010 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य एवं पश्चिम बंगाल के सह प्रभारी बने।

2012 में गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव में सौराष्ट्र के केंद्रीय टीम के समन्वयक समेत आंध्रप्रदेश के प्रदेश प्रभारी रहे।