नई दिल्ली (पीटीआई/एएनआई)।  पूर्व वित्त मंत्री व भाजपा नेता अरुण जेटली का शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दिल्ली में निधन हो गया है।न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा कि अरुण जेटली के निधन से वह काफी दुखी है। अरुण जेटली के पार्थिव शरीर का कल रविवार को दिल्ली के निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार होगा। उन्होंने कहा कि अरुण जेटली का पार्थिव शरीर कल सुबह 10 बजे तक उनके आवास पर रहेगा। इसके बाद अंतिम सम्मान देने के लिए भाजपा मुख्यालय ले जाया जाएगा। उनकी अंतिम यात्रा भाजपा मुख्यालय से शुरू होकर निगम बोध घाट तक जाएगी। इसके बाद यहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।

दो दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा
वहीं देश के पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। बिहार राज्य सरकार ने दो दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की है। दिल्ली एम्स द्वारा जारी किए बुलेटिन के मुताबिक पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दोपहर 12 : 07 पर अंतिम सांस ली। 66 वर्षीय अरुण जेटली लंबे समय से बीमार चल रहे थे।

बीमारी के कारण नहीं लड़ा था चुनाव

पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली दिल्ली के एम्स में 9 अगस्त को भर्ती हुए थे। इस दाैरान यहां पर सीनियर डाॅक्टरों की टीम द्वारा उनका उचित इलाज किया गया था।एम्स में भर्ती हुए अरुण जेटली का हाल जानने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी,  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई दिग्गज नेता पहुंचे थे। अरुण जेटली राजनेता होने के साथ-साथ वकील भी थे। वह भाजपा सरकार के पहले कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के प्रमुख सदस्य थे। उन्होंने वित्त और रक्षा विभागों को संभाला। उन्होंने खास अवसरों पर सरकार के मुख्य संकटमोचन के रूप में कार्य किया। अरुण जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव अपने बीमार होने के कारण नहीं लड़ा था।

सहयोग करने के लिए तत्पर रहूंगा

अरुण जेटली जब इस साल मई में भाजपा प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापस आई, तब वह अपनी स्वास्थ्य स्थिति का हवाला देते हुए नए मंत्रिमंडल से बाहर हो गए थे। उन्होंने चिट्ठी के जरिए पीएम मोदी से कहा था कि? मैं आपसे औपचारिक रूप से विनती करते हुए लिख रहा हूं कि मुझे अपने इलाज और स्वास्थ्य के लिए उचित समय चाहिए। इसलिए मैं नई सरकार में किसी भी जिम्मेदारी का हिस्सा नहीं बनना चाहता हूं। इसके बाद मेरे पास काफी समय होगा, जिसमें मैं अनौपचारिक रूप से सरकार या पार्टी में सहयोग करने के लिए तत्पर रहूंगा।
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अरुण जेटली किडनी की समस्या से थे पीड़ित
अरुण जेटली किडनी की समस्या से ग्रस्त थे। उन्होंने पिछले साल 14 मई को किडनी ट्रांसप्लांट कराया था। इसके लिए अरुण जेटली ने अप्रैल की शुरुआत से ऑफिस जाना बंद कर दिया था। इस दाैरान उनकी जगह पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने वित्त मंत्रालय संभाला था।  इसके बाद 23 अगस्त 2018 को वह वित्त मंत्रालय आए थे। अरुण जेटली का सितंबर 2014 में बैरिएट्रिक ऑपरेशन हो चुका था। लंबे समय सेमधुमेह के कारण वजन बढ़ने की समस्या के छुटकारा पाने के लिए यह ऑपरेशन किया गया था।

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