काबुल (रॉयटर्स)। अफगानिस्तान के आतंकी संगठन में शुमार हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक जलालुद्दीन हक्कानी की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई है। तालिबान ने मंगलवार को इस बात की घोषणा की। बता दें कि अफगान के विद्रोह वाले इलाके में हक्कानी नेटवर्क सबसे शक्तिशाली और खतरनाक आतंकी समूहों में से एक है। हक्कानी ने 1970 के दशक में इस आतंकी नेटवर्क की स्थापना की थी। जलालुद्दीन का बेटा सिराजुद्दीन हक्कानी अब इस ग्रुप का नेतृत्व करता है। बता दें कि सिराजुद्दीन तालिबान का उप नेता भी है।

कई देशों के इंटेलिजेंस संगठन से अच्छे संबंध

तालिबान ने एक बयान में कहा कि जलालुद्दीन बीमार होने के कारण कई सालों से बिस्तर पर था। उन्होंने कहा, 'भले ही जलालुद्दीन ने शारीरिक रूप से हमारा साथ छोड़ दिया है लेकिन उनकी विचारधारा और पद्धति हमारे बीच हमेशा रहेगी।' गौरतलब है कि जलालुद्दीन अफगान मुजाहिद्दीन का कमांडर था, ये 1980 में अफगानिस्तान को कब्जा करने वाले सोवियत सेना से लड़ता था। अमेरिका और पाकिस्तान इस लड़ाई में जलालुद्दीन की मदद करते थे। उसने अपने खूंखार रवैया और बहादुरी से सीआईए को भी अपनी ओर आकर्षित कर लिया था। कहा जाता है कि कई देशों के इंटेलिजेंस संगठनों से जलालुद्दीन के अच्छे संबंध थे और अमेरिकी कांग्रेसमैन चार्ली विल्सन उससे पर्सनली मिलने के लिए गए थे।

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