-लाल फाटक के आगे बरेली-मथुरा मार्ग पर 4.3 किमी बनानी जानी है फोरलेन

-32 करोड़ रुपए का पीडब्ल्यूडी ने तैयार किया एस्टीमेट

बरेली। अफसरों को न तो शासन का खौफ है और न ही पब्लिक की परेशानियों की फिक्र है। यही वजह है कि डिप्टी सीएम की घोषणा एक साल बीतने के बाद भी 4.3 किमी। सड़क को फोरलेन करने का प्रस्ताव अफसर शासन को नहीं भेज सके हैं। ऐसे में शासन ने इसे लेकर समीक्षा की तो जिम्मेदारों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

डिप्टी सीएम ने की थी घोषणा

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने 29 नवंबर 2018 को बरेली को तोहफा दिया था। उन्होंने लाल फाटक के आगे बरेली-मथुरा मार्ग पर 4.3 किमी। सड़क को फोर लेन बनाने की घोषणा की थी। इसके लिए पीडब्ल्यूडी को एस्टीमेट तैयार कर शासन को भेजना था, लेकिन डिप्टी सीएम की घोषणा को एक साल बीत गया, लेकिन अफसर अब तक एस्टीमेट ही तैयार नहीं कर सके हैं।

पहले भेजा था गलत स्टीमेट

डिप्टी सीएम की घोषणा के बाद अधिकारी हरकत में आ गए। आनन-फानन में एस्टीमेट तैयार करके शासन को भेजा गया। हालांकि एस्टीमेट सही नहीं होने पर शासन ने पुन: एस्टीमेट देने को कहा, जिसके बाद से अधिकारी नजर अंदाज कर रहे हैं।

यहां फंसा है पेच

पीडब्ल्यूडी ने लाल फाटक के आगे डबल लेन सड़क को फोर लेन में करने के लिए सर्वे किया। इसके बाद 32 करोड़ 994 रुपये का एस्टीमेट तैयार किया है। हालांकि यह एस्टीमेट अभी पूरा नहीं है। क्योंकि पेड़ों के शिफ्टिंग का एस्टीमेट इसमें शामिल नहीं है।

रिमाइंडर के बाद भी नहीं दिया स्टीमेट

टू लेन सड़क को फोर लेन करने के लिए रोड किनारे लगे पेड़ों को काटकर उतने ही पेड़ किसी दूसरे स्थान पर लगाए जाने हैं, लेकिन वन विभाग ने इसकी सुध नहीं ली। न तो पेड़ों की गिनती कराई गई और न ही इनकी कटाई और दूसरी जगह पौधरोपण करने के लिए एस्टीमेट तैयार किया। इसे लेकर करीब डेढ़ महीना पहले पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने वन विभाग को रिमाइंडर भी दिया फिर भी अफसरों ने सुध नहीं ली।

हुई समीक्षा तो नपना तय

शासन स्तर से डिप्टी सीएम के इस प्रोजेक्ट की समीक्षा हुई तो जिम्मेदारों पर गाज गिरनी तय है। वहीं इसी डर से पीडब्ल्यूडी ने अपने स्तर से स्टीमेट तैयार कर लिया है और गेंद वन विभाग की पाले में फेंक दिया है।

खत्म होगी जाम की समस्या

लाल फाटक पर 8249.150 लाख रुपये की लागत से ओवर ब्रिज का निर्माण हो रहा है, जबकि फोरलेन का निर्माण इसी ओवर ब्रिज के आगे से किया जाना है। यदि इस फोरलेन का निर्माण हो गया तो बरेली-मथुरा रोड पर लगने वाले जाम की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।

वर्जन

पीब्ल्यूडी ने अपना स्टीमेट तैयार कर लिया है। वन विभाग को पेड़ शिफ्टिंग का एस्टीमेट देना है। इसके लिए डेढ़ माह पहले रिमाइंडर दिया गया है, जहां से एस्टीमेट मिलने के बाद शासन को भेजा जाएगा.-वीपी सिंह आर्या, सहायक अभियंता पीडब्ल्यूडी

पेड़ों को शिफ्ट करने के लिए एस्टीमेट करीब-करीब तैयार हो चुका है। कल एस्टीमेट पीडब्ल्यूडी को उपलब्ध करा दिया जाएगा।

-भारत लाल, डीएफओ