- मां के साथ शादी में शामिल होने रविवार को लखनऊ आई थी

- चचेरा भाई गोद में खिलाने के बहाने लेकर गया था

- सुनसान खंडहर में की हैवानियत, खून से लथपथ छोड़ कर हुआ फरार

LUCKNOW: मडि़यांव में साढ़े चार माह की मासूम से चचेरे भाई ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। मां के साथ शादी में शामिल होने आई मासूम को खिलाने के बहाने वह अपने साथ ले गया और उसके साथ दरिंदगी की। काफी समय गुजरने के बाद भी बच्ची वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। इस दौरान गेस्ट हाउस से पांच सौ मीटर दूर एक खंडहर में बच्ची खून से लथपथ मिली। परिजन उसे लेकर हॉस्पिटल पहुंचे, जहां से उसे ट्रॉमा रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि अधिक खून बहने से मासूम की मौत हो गई। मडि़यांव पुलिस ने मां की तहरीर पर आरोपी चचेरे भाई के खिलाफ हत्या, रेप व अपहरण समेत पॉक्सो एक्ट दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं पुलिस ने घटना के आठ घंटे बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

शादी समारोह में शामिल होने आई थी

मूलरूप से हरदोई के अतरौली स्थित कसईया गांव की रहने वाले एक महिला अपने साढ़े चार माह की बच्ची के साथ रविवार को रिश्तेदार की शादी में शामिल होने मडि़यांव आई थी। हरदोई से बारात दाऊद स्थित आरएस पैलेस में आई थी। समारोह में परिवार के सभी सदस्य शामिल होने आए थे। समारोह में बालागंज में रहने वाला महिला का भतीजा पप्पू (35) भी आया था।

खिलाने के बहाने साथ ले गया था

शाम करीब 7 बजे गेस्ट हाउस में शादी की तैयारियां चल रही थी। इसी बीच पप्पू बच्ची की मां से उसे खिलाने की बात कहकर अपने साथ ले गया। समारोह में भीड़ भाड़ होने के चलते महिला ने बच्ची को उसकी गोद में सौंप दिया। डेढ़ दो घंटे बीतने के बाद भी जब पप्पू बच्ची को लेकर वापस नहीं लौटा तो महिला को चिंता हुई। उसने परिवार के अन्य सदस्यों से उसकी खोज खबर लेनी शुरू कर दी।

भीड़ का हाथ छुड़वाकर मौके से भागा

रात 9 बजे तक बच्ची का पता नहीं चला तो परिवार के सदस्य गेस्ट हाउस के आस-पास उसकी तलाश करते हुए बाहर निकले। गेस्ट हाउस से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर एक खंडहर नूमा मकान में बच्ची के रोने की आवाज उन्हें सुनाई दी। कुछ लोग वहां पहुंचे तो देखा बच्ची नग्न अवस्था में जमीन पर खून से लथपथ पड़ी हुई थी और पास में ही पप्पू मौजूद था। लोगों ने उसे पकड़ लिया, लेकिन भीड़ बढ़ते देख वह सबको धक्का देते हुए मौके से भाग निकला।

घटना छिपाने का प्रयास करते रहे परिजन

खून से लथपथ बच्ची को देख परिजन उसे इलाज के लिए विवेकानंद हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। हॉस्पिटल में परिजनों ने डॉक्टरों से बच्ची के साथ हुई हैवानियत की बात छिपाने का प्रयास किया। देर रात बच्ची की हालत बिगड़ने पर उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया, जहां सोमवार सुबह उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद घटना की सूचना मडि़यांव पुलिस को दी गई।

पांच भाई बहनों में सबसे छोटी थी

साढ़े चार माह की मासूम अपने पांच भाई बहनों में सबसे छोटी थी। मां की लाडली होने के चलते मां उसे अपने साथ ले आई थी जबकि उसके पिता और अन्य भाई बहन नहीं आए थे। बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया। परिवार वाले शव को अंतिम संस्कार के लिए हरदोई लेकर चले गए।

नशे का लती है आरोपी, पत्नी छोड़ चुकी

पुलिस के अनुसार आरोपी पप्पू महिला का भतीजा है और बालागंज में किराए के मकान में रहकर मजदूरी करता है। आरोपी शराब का लती है। इसी लत के चलते कई साल पहले उसकी पत्नी उसे छोड़ कर चली गई थी। इसके बाद पप्पू ने कुछ साल पहले अपने मामा की बेटी से शादी की थी। नशे का लती होने के चलते उसे परिवार वाले भी अपने से दूर रखते थे।

कोट-

सभ्य समाज में ऐसी घटना को मानसिक विकृति से ही परिभाषित किया गया है। चाइल्ड पैनोग्राफी की संख्या विदेशों के साथ-साथ हमारे देश में भी लगातार बढ़ रही है। चाइल्ड पैनोग्राफी प्रयोगशाला बन गई है। वर्तमान समय में ऐसी घटना संवेदनहीनता के चलते हो रही हैं। नैतिक दबाव खत्म हो रहा है। इसके पीछे एकल परिवारवाद भी कहीं न कहीं जिम्मेदार है।

डॉ। दीप्ती रंजन साहू, सोशियोलॉजिस्ट, एलयू

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