इसी साल अक्टूबर से करने लगेंगे काम, 1.70 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे सेंटर स्थापित करने में

PATNA : राजधानी सहित पूरे बिहार में पॉल्यूशन कंट्रोल के सरकार कड़ा एक्शन लेने का फैसला किया है। बिना ढंके निर्माण सामग्री का परिवहन व सड़क, पुल तथा भवनों का निर्माण कार्य करने वाले निजी और सरकारी ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि वायु प्रदूषण के मुय कारक धूलकण पर रोक के लिए पथ निर्माण विभाग को सड़क किनारे पक्का लैंक बनाने का निर्देश दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि पटना में पॉल्यूशन मॉनीटरिंग के लिए चार नए सेंटर बनाए जाएंगे। सभी सेंटर इसी साल अक्टूबर से काम करने लगेंगे।

पटना, गया प्रदूषित शहर

सड़क, पुल व भवनों के निर्माण से होने वाले वायु प्रदूषण को रोकने के लिए हितधारकों के साथ अरण्य भवन सभागार में आयोजित बैठक में मोदी ने कहा कि डल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार 2010-16 के बीच दुनिया के सर्वाधिक प्रदूषित 20 शहरों में 13 भारत के थे। इनमें बिहार के पटना गया और मुजफरपुर शामिल हैं। मोदी ने कहा कि जाड़े के मौसम में आ‌र्द्रता की वजह से वायुमंडल में धूलकण की मात्रा बढ़ जाती है। इससे वायु प्रदूषण की स्थिति और भयावह हो जाती है। वायु के साथ ही अन्य प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए जागृति पैदा करने की जरूरत है।

यहां बनेंगे पॉल्यूशन मॉनिटरिंग सेंटर

- आईजीआईएमएस,

- इको पार्क

- बापू सभागार

- एनआईटी, महेंद्रू