अतीक के करीबी फरहान के फरार होने पर चारों के खिलाफ धूमनगंज थाने में दर्ज हुआ मामला

ALLAHABAD: कोई लालच मिला था या सिर्फ दरियादिली दिखाई थी? इस सवाल का जवाब तो बाद में सामने आएगा लेकिन ऐसा करना एक वरिष्ठ आरक्षी व तीन आरक्षियों को भारी पड़ गया है। चारों को सस्पेंड कर दिया गया है। इनके खिलाफ धूमनगंज थाने में एफआईआर भी दर्ज करा दी गयी है। उधर, फरार हुए बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के करीबी फरहान अहमद का पता लगाने के लिए कौशांबी के साथ ही इलाहाबाद पुलिस भी लग गयी है। लेकिन, दूसरे दिन भी दोनों जिलों की पुलिस के पास उसका कोई सुराग नहीं था।

छापेमारी रही दिन भर जारी

सीओ सिविल लाइंस श्रीशचंद्र, धूमनगंज इंस्पेक्टर केपी सिंह और कर्नलगंज सीओ आलोक मिश्रा के साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम ने फरहान की तलाश में उसके गांव मरियाडीह समेत कई अन्य ठिकानों पर दबिश दी। पुलिस टीम ने उसके कई साथियों को उठाकर कड़ाई से पूछताछ की लेकिन कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी। शनिवार को पुलिस टीम फरहान के घर पहुंची तो वहां ताला लटकता मिला। कुछ रिश्तेदार व पट्टीदारों को पकड़कर थाने लाया गया। वहां उनसेकाफी देर तक पूछताछ की गई पर किसी ने उसके बारे में कुछ नहीं बताया। पुलिस अब फरहान के कई परिचितों के मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर लगाकर लोकेशन ट्रेस करने का प्रयास कर रही है। कौशांबी पुलिस की तहरीर पर धूमनगंज थाने में फरहान व हेड कांस्टेबल भोला सिंह, सिपाही रामलाल, लवलेश और सुभाष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है। पुलिस इस एंगल को भी चेक कर रही है कि फरहान को भागने में सिपाहियों का तो हाथ नहीं है।

पुलिस अभिरक्षा से फरार हुए फरहान की गिरफ्तारी इलाहाबाद पुलिस के लिए चैलेंज है। उसे पकड़ने के लिए टीमें लगा दी गयी हैं। ये टीमें अपना काम कर रही हैं।

आकाश कुलहरि, एसएसपी, इलाहाबाद

आरआई से करायी गयी जांच में फरहान को लेकर गये चारों पुलिसवालों की गलती पायी गयी है। इन सभी को सस्पेंड कर दिया गया है। अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस लगा दी गयी है।

प्रदीप गुप्ता, एसपी कौशांबी

गदऊ अब भी बना है चुनौती

करीब दो साल पहले धूमनगंज में व्यापारी बंधुओं को दुकान में घुसकर गोली मारने वाला शातिर अपराधी गदऊ पासी अब भी पुलिस के लिए चुनौती बना है। पकड़े जाने के समय उसकी मां की तरफ से दावा किया गया था कि उसकी उम्र कम है। इसी के चलते उसका मामला खुल्दाबाद स्थित बाल सुधार गृह में चलने वाली कोर्ट को सिपुर्द कर दिया गया था। यहां पेशी के लिए लेकर पुलिस आयी थी। इसी दौरान वह फरार हो गया था। डेढ़ साल से अधिक बीत जाने के बाद भी उसका कोई सुराग अब तक नहीं लगा है।