- शास्त्रीपुरम स्थित देल्ही पब्लिक स्कूल में स्टूडेंट्स को नहीं दी गई एंट्री

- चार मिनट देरी से पहुंचे थे स्टूडेंट्स, ऑफिस में बैठाए रखा डेढ़ घंटा

आगरा। चंद मिनटें भी कॅरियर में कितनी मायने रखती हैं, इसका अंदाजा शनिवार को शास्त्रीपुरम स्थित देल्ही पब्लिक स्कूल के गेट के बाहर खड़े चार स्टूडेंट्स को देखकर लगाया जा सकता था। सीबीएसई 12वीं की परीक्षा देने चार मिनट देरी से पहुंचे स्टूडेंट्स को गेट पर ही रोक दिया गया। वह गिड़गिड़ाते रहे, मिन्नतें कीं, एक साल बर्बाद होने की दुहाई दी, लेकिन केंद्र संचालक का दिल नहीं पसीजा। आत्महत्या करने की धमकी देते हुए गुस्साए स्टूडेंट्स गेट लांघ कर स्कूल में घुस गए, तो स्कूल प्रबंधन ने उन्हें परीक्षा दिलाने का आश्वासन देकर एक रूम में बैठा दिया। डेढ़ घंटे बाद उन्हें बिना परीक्षा दिलाए बाहर का रास्ता दिखा दिया।

मुख्य गेट पर लगाया ताला

सीबीएसई 12वीं की परीक्षा शनिवार से शुरू हुई। सुबह 10 बजे से फ‌र्स्ट एग्जाम इंग्लिश का था। श्रीदेवी आवासीय मान्यता पीठ के 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स का सेंटर शास्त्रीपुरम स्थित देल्ही पब्लिक स्कूल में पड़ा था। यमुनापार ट्रांसयमुना कॉलोनी के रहने वाले स्टूडेंट्स गरिमा, विधि, गौरव और भावना सुबह एग्जाम के लिए परीक्षा केन्द्र पहुंचे। यहां मुख्य गेट पर ताला लटका हुआ था।

ऑफिस में बैठाए रखा

स्कूल प्रबंधन ने चार मिनट देरी का हवाला देते हुए गेट को बंदकर दिया था। गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मी को स्टूडेंट्स ने भविष्य खराब होने का हवाला दिया, लेकिन सुरक्षाकर्मी ने कुछ भी सुनने से इनकार कर दिया। सुरक्षाकर्मी ने बताया कि प्रबंधन के आदेश पर गेट बंद किया गया है। इस दौरान छात्रा भावना ने परीक्षा छूटते देख आत्महत्या की चेतावनी दी। अपने भविष्य को संकट में देख स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल होने के लिए जबरन बाउंड्रीवॉल पार कर परिसर में प्रवेश कर गए। स्कूल प्रबंधन ने उन्हें पकड़कर कार्यालय में बैठा लिया। इस बीच स्टूडेंट्स अपना भविष्य खराब होने का हवाला स्कूल प्रबंधन को देते रहे, लेकिन उन्होंने सुनने से इनकार कर दिया। बाद में उन्हें बिना परीक्षा दिए ही लौटा दिया।