- तहरीर लेकर केस दर्ज करने तक रह गई पुलिस की भूमिका

- 62 हजार रुपए लूट मामले में भी पुलिस खाली हाथ

URUVA BAZAR: उरुवा थाना क्षेत्र में चोरों व लुटेरों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। 15 दिन में ही चोरों ने चार दुकानों के ताले तोड़ डाले। इनमें से किसी मामले में पुलिस खुलासे के करीब नहीं है। जबकि पिछले मामले भी जैसे के तैसे पड़े हैं। जनवरी में 62 हजार रुपए लूट मामले की जांच में भी कोई प्रगति नहीं है। चोरी, लूट की सूचनाओं के बाद पुलिस मौके पर पहुंचती है। पीडि़त तहरीर देते हैं और वह केस दर्ज कर चुप हो जाती है। चोर अगली वारदात कर डालते हैं। पुलिस की सुस्ती से लोग असुरक्षित महसूस करने लगे हैं।

सिर्फ दावे हैं पुलिस के

7 जनवरी को उरुवा क्षेत्र के सहदवापर में कब्रिस्तान के पास बाइक सवार दो लुटेरों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। असलहा सटाकर माइक्रो फाइनेंस के कर्मचारी वीर बहादुर भारती से 62 हजार रुपए लूट लिए थे। पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद दावा किया था कि लुटेरे जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे लेकिन दावे फुस्स हो गए। इसके बाद लगातार चोरी की वारदातें हुई। इन घटनाओं में भी पुलिस का दावा रहा कि चोर जल्द पकड़े जाएंगे लेकिन पुलिस का दावा कभी पूरा नहीं हुआ। पुलिस की इस कार्यशैली के कारण क्षेत्र में कारोबारी असुरक्षित महसूस करने लगे हैं।

सभी घटनाओं में पुलिस जांच कर रही है। जल्द ही चोर और लुटेरे गिरफ्त में होंगे।

- अमरजीत यादव, एसओ, उरुवा