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LUCKNOW: डीजीपी मुख्यालय ने अनुशासनहीनता की दोषी चारों रिक्रूट महिला कॉन्सटेबल्स को बर्खास्त कर दिया है। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि सेवा से बाहर की गईं रिक्रूट कॉन्सटेबल्स को उनके परिवारीजन के सुपुर्द कर दिया गया है।

कार्रवाई न करने का आरोप

उल्लेखनीय है कि बीती पांच जून को वाराणसी पुलिस लाइन के बाहर कुछ महिला रिक्रूट कॉन्सटेबल्स ने प्रदर्शन किया था। उन्होंने पुलिस लाइन में घुसे युवक द्वारा एक महिला रिक्रूट से छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया था। आरआई से शिकायत के बाद भी सुनवाई न किये जाने का आरोप भी था। हंगामा बढऩे पर सीओ ने महिला रिक्रूट कॉन्सटेबल्स को समझाकर शांत कराया था। डीजीपी के निर्देश पर एसएसपी वाराणसी ने मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की थी, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर महिला रिक्रूट कॉन्सटेबल दुर्गेश, अनामिका सिंह, डौली कुमारी व करिश्मा को बर्खास्त कर दिया गया है।

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बताया गया कि चारों को नियुक्ति के बाद प्रयागराज से आधारभूत ट्रेनिंग के लिए आरटीसी, वाराणसी भेजा गया था। चारों वाराणसी में तीन जून से ट्रेनिंग प्राप्त कर रही थीं। पांच जून को कुछ महिला रिक्रूट कॉन्सटेबल्स ने समूह बनाकर पुलिस लाइन के बाहर धरना दिया। डीजीपी मुख्यालय का दावा है कि जांच में पाया गया कि बर्खास्त की गईं महिला रिक्रूट कॉन्सटेबल्स ने ट्रेनिंग अवधि के दौरान महज तीन-चार दिन में बेहद साधारण समस्याओं व सुनी-सुनाई बातों को लेकर ट्रेनिंग के सामान्य नियमों को तोड़ा। सेवा नियमावली के तहत चोरों महिला रिक्रूट कॉन्सटेबल्स को कारण बताओ नोटिस दी गई थी, लेकिन वे संतोषजनक स्पष्टीकरण नहीं दे सकीं।

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