सर्वसम्मति से यह फैसला लिया
फुटबाल की सर्वोच्च संस्था फीफा ने कल फीफा महिला विश्व कप-2019 पर घोषणा की. फीफा ने कहा कि फ्रांस को फीफा महिला विश्व कप-2019 की मेजबानी दी जा रही है. हालांकि इस दौड़ में फ्रांस के अलावा दक्षिण कोरिया का दावा मजबूत माना जा रहा था, लेकिन अंतत: फ्रांस ने बाजी मार ली. इस पूरे मामले में फीफा प्रमुख सैप ब्लाटर ने कहा कि फीफा कार्यकारी समिति ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है. सदस्यों ने आपसी सहमति और मानकों को ध्यान रखते हुये फ्रांस को मेजबान के तौर पर चुना है. इतना ही नही फ्रांस की झोली में एक और खेल गिरा है. इसके अलावा फ्रांस को फीफा यू-20 महिला विश्व कप-2018 की भी मेजबानी मिली है. वहीं फ्रांस भी इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करने के बाद आगामी लक्ष्यों की तैयारी में जुट गया हैं. 

संख्या घटकर सिर्फ दो रह गई
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक महिला विश्व कप-2019 के लिए फ्रांस और कोरिया तो मजबूर दावेदार थे ही, लेकिन इनके अलावा दूसरे देश भी इस दौड़ में शामिल थे. इस विश्वकप के लिये इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और द. अफ्रीका ने भी मेजबानी का दावा पेश किया था. ये सारे देश दावा कर रहे थे कि उनके देश फीफा के मानकों पर खरे उतरेंगे. हालांकि बाद में अक्टूबर 2014 में दावेदार देशों की सख्ंया कम हो गयी. यह संख्या घटकर सिर्फ दो रह गई. फीफा महिला विश्व कप का आयोजन 1991 से प्रत्येक चार साल पर होता है. इसका सातवां संस्करण इस साल 6 जून से 5 जुलाई के बीच कनाडा में होगा. इसके लिये पूरी तैयारियां काफी तेजी से हो रही हैं.

सर्वसम्मति से यह फैसला लिया
फुटबाल की सर्वोच्च संस्था फीफा ने कल फीफा महिला विश्व कप-2019 पर घोषणा की. फीफा ने कहा कि फ्रांस को फीफा महिला विश्व कप-2019 की मेजबानी दी जा रही है. हालांकि इस दौड़ में फ्रांस के अलावा दक्षिण कोरिया का दावा मजबूत माना जा रहा था, लेकिन अंतत: फ्रांस ने बाजी मार ली. इस पूरे मामले में फीफा प्रमुख सैप ब्लाटर ने कहा कि फीफा कार्यकारी समिति ने सर्वसम्मति से यह फैसला लिया है. सदस्यों ने आपसी सहमति और मानकों को ध्यान रखते हुये फ्रांस को मेजबान के तौर पर चुना है. इतना ही नही फ्रांस की झोली में एक और खेल गिरा है. इसके अलावा फ्रांस को फीफा यू-20 महिला विश्व कप-2018 की भी मेजबानी मिली है. वहीं फ्रांस भी इतनी बड़ी उपलब्धि हासिल करने के बाद आगामी लक्ष्यों की तैयारी में जुट गया हैं. 

 

संख्या घटकर सिर्फ दो रह गई
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक महिला विश्व कप-2019 के लिए फ्रांस और कोरिया तो मजबूर दावेदार थे ही, लेकिन इनके अलावा दूसरे देश भी इस दौड़ में शामिल थे. इस विश्वकप के लिये इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और द. अफ्रीका ने भी मेजबानी का दावा पेश किया था. ये सारे देश दावा कर रहे थे कि उनके देश फीफा के मानकों पर खरे उतरेंगे. हालांकि बाद में अक्टूबर 2014 में दावेदार देशों की सख्ंया कम हो गयी. यह संख्या घटकर सिर्फ दो रह गई. फीफा महिला विश्व कप का आयोजन 1991 से प्रत्येक चार साल पर होता है. इसका सातवां संस्करण इस साल 6 जून से 5 जुलाई के बीच कनाडा में होगा. इसके लिये पूरी तैयारियां काफी तेजी से हो रही हैं.

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