मददगार बनकर एटीएम से उड़ाता था कैश, जंक्शन से पकड़ा गया

तलाशी में जेब से 15 हजार रुपया हुआ बरामद

ALLAHABAD: मददगार बनकर पब्लिक की गाढ़ी कमाई को चूना लगा देने वाले जालसाज के खेल का शनिवार को पर्दाफाश हो गया। उसका टारगेट ऐसे लोग हुआ करते थे जिन्हें एटीएम को हैंडल करने में दिक्कत होती थी। उनके लिए मसीहा बनकर वह एटीएम रूम में जाता था और चालाकी से एटीएम का नंबर और पिन हासिल कर लेता था। इस खिलाड़ी को पकड़ा है जीआरपी ने। पकड़े गए जालसाज को जेल भेज दिया गया है।

रुपए गायब होने की मिल रही थी सूचना

इलाहाबाद जंक्शन के सर्कुलेटिंग एरिया में प्रीपेड बूथ के पास लगे इंडियन बैंक के एटीएम से पिछले कुछ दिनों से जालसाजी होने की सूचना मिल रही थी। कई लोग जीआरपी के पास पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई कि उनका कार्ड बदल दिया गया है। उनके कार्ड से रुपए निकाल लिए गए। कई सूचनाओं के आने के बाद पुलिस एलर्ट थी और उसने मुखबिरों को एलर्ट कर दिया था। जीआरपी के अनुसार एटीएम रूम में जाने के बाद मदद के नाम पर एटीएम कार्ड खुद ले लेता था और उसे एक्सचेंज कर देता था। संबंधित आदमी के जाने के बाद वह एटीएम से पैसे निकालकर गायब हो जाता था।

मार्च में उड़ाए थे 83 हजार रुपये

शनिवार को एटीएम सेंटर के आस-पास एक युवक काफी देर से टहल रहा था। कैश निकालने वालों से बातचीत कर रहा था। जिस पर जीआरपी की नजर लगी हुई थी। शक के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया तो उसने खुलासा कर दिया। पूछताछ में उसने अपना नाम धूमनगंज थाना क्षेत्र के राजरूपपुर निवासी शिवांसु ओहरी बताया। पूछताछ में युवक ने बताया कि वह मददगार बन कर लोगों के एटीएम बदल देता था और फिर रुपये उड़ा देता था। 22 मार्च को उसने जंक्शन के एटीएम से एटीएम कार्ड बदल कर 83 हजार रुपये निकाल लिया था। तलाशी में उसके पास से पंद्रह हजार रुपया बरामद किया गया।