- दून के कई इलाकों से एटीएम क्लोनिंग कर लाखों रुपए की धोखाधड़ी में आगरा का शातिर अरेस्ट

- 2018 के एटीएम क्लोनिंग मामले में भी किया था गिरफ्तार, जमानत पर छूटने के बाद दोबारा लोगों को ठगा

देहरादून,

दून में एटीएम क्लोनिंग कर लाखों की ठगी को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। दून के कई इलाकों से एटीएम क्लोनिंग कर लाखों रुपए की धोखाधड़ी के मामले में आगरा यूपी के 48 वर्षीय सोमेश कक्कड़ को दून में ही अरेस्ट किया गया। 2018 में हुए एटीएम क्लोनिंग स्कैम में भी सोमेश अरेस्ट किया गया था। सितंबर 2019 में वह जमानत पर छूट गया था। इसके बाद भी वह एटीएम क्लोनिंग कर कई लोगों को लूट चुका है, उसे दून पुलिस ने दोबारा अरेस्ट किया है।

12 दिन में 5 लाख उड़ाए

सीओ नेहरू कॉलोनी पल्लवी त्यागी ने बताया कि थाना रायपुर में शेर सिंह ने एक कंप्लेन दी कि स्टेट बैंक रायपुर में उनका ज्वाइंट अकाउंट है, जिसका मात्र एक ही एटीएम है। 4 फरवरी 2020 को जब उन्होंने पासबुक में एंट्री कराई तो पता चला कि 23 जनवरी 2020 से लेकर 3 फरवरी 2020 तक उनके एटीएम से हर दिन कोई व्यक्ति पैसे निकाल रहा है, जो कि अब तक 5 लाख रुपए निकाल चुका है। पीडि़त की कंप्लेन के आधार पर थाने में केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू की गई।

250 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगाले

पुलिस टीम ने मामले की जांच में कंप्लेनर के खाते की पूरी डिटेल बैंक से लेकर जांच शुरू की, इसके बाद जहां-जहां एटीएम से पैसे निकाले गए थे, वहां 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरे चेक किए गए। इसके अलावा एटीएम क्लोनिंग के बदमाशों के बारे में इनपुट जुटाए गए। इसके बाद पुलिस की टीमों ने सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान आदि जगहों पर छापेमारी की। पूरी जांच पड़ताल में पुलिस को एक संदिग्ध मोटर साइकिल के बारे में जानकारी हासिल हुई, जो कि फ्राइडे को थाना वसंत विहार इलाके के अनुराग नर्सरी रोड पर चेकिंग के दौरान पकड़ में आई, पुलिस ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए आरोपी को धर लिया। जिसके पास से पुलिस ने लैपटॉप और अलग-अलग बैंक के एटीएम कार्ड और कुछ नकद रुपए बरामद किए।

वसंत विहार में किराए पर रह रहा था आरोपी

आरोपी की पहचान 48 वर्षीय सोमेश कक्कड़ निवासी नीला नर्सिंग होम बालूगंज थाना बालूगंज आगरा यूपी के रूप में हुई, जो वर्तमान में थाना वसंत विहार के सिटी मार्केट में किराए पर रह रहा था। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह मूल रूप से नीलम नर्सिंग होम बालूगंज आगरा यूपी का रहने वाला है, उसने आगरा से ग्रेजुएट किया है और कंप्यूटर का अच्छा जानकार है। वह पिछले 10 सालों से ऑटो-कैड में काम करता था, सोमेश ने बताया कि वर्ष 2018 में चाचा की मृत्यु के बाद उसका सारा काम बंद हो गया। काम की तलाश में घूमने के दौरान उसकी मुलाकात अजय त्यागी, जो डिफेंस कॉलोनी आगरा का रहने वाला है से हुई। अजय त्यागी ने उसे एटीएम क्लोनिंग के बारे में बताया। इसके बाद उसने अजय त्यागी के साथ मिलकर एटीएम क्लोनिंग का प्लान बनाया और चाइना से एटीएम क्लोनिंग के उपकरण से मंगा कर देहरादून के नेहरू कॉलोनी क्षेत्र के एटीएम में इस्किमर लगाए और डुप्लीकेट एटीएम बनाकर दोनों ने बहुत से लोगों के पैसे धोखाधड़ी कर निकाले हैं।

डुप्लीकेट एटीएम से फ्रॉड

सोमेश ने बताया कि वर्ष 2018 में नेहरू कॉलोनी पुलिस ने दोनों को एटीएम क्लोनिंग के मामले में पकड़ा था, जिसके आरोप में दोनों एटीएम क्लोनिंग के मामले में जेल भी गए थे। वर्ष 2019 में सितंबर माह में जेल से जमानत पर आने के बाद उसके पास पैसा और काम नहीं था और एटीएम क्लोनिंग के कुछ उपकरण बचे थे। इसके अलावा एक डुप्लीकेट एटीएम भी चालू हालत में था, जिससे जनवरी 2020 से फरवरी 2020 तक आरोपी ने उस एटीएम के द्वारा थाना वसंत विहार, राजपुर, कोतवाली क्षेत्र व अन्य जगहों से लगभग 4 लाख 50 हजार रुपए निकाल लिए, जिनको आरोपी ने उधार देकर शॉपिंग और घूमने-फिरने में खर्च कर दिए।

आरोपी से यह बरामद

- एक लैपटॉप

- 3 मोबाइल फोन

- इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स

- चेक बुक

- 45 हजार कैश

- एक बाइक