-साइबर क्रिमिनल्स की गैंग दिल्ली से चला रही थी कॉल सेंटर

-दून साइबर थाना पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से पकड़ा

देहरादून

ऑन लाइन नौकरी का झांसा देकर दून निवासी एक युवक के खाते से 10 लाख रुपए ठगने के मामले में उत्तराखंड पुलिस ने दिल्ली में एक कॉल सेंटर पर छापा मारकर साइबर क्रिमिनल्स की बड़ी गैंग पकड़ ली। गैंग के सदस्य बैंक, बीमा और जॉब साइट्स का डेटा चोरी कर लोगों को नौकरी,लॉटरी व बीमा पॉलिसी के नाम पर कॉल कर अपने जाल में फांसते थे। नौकरी दिलाने के बदले सिर्फ अपनी साइट पर 10 रुपए ट्रांसफर कर रजिस्टर कराते थे। मामूली से इनवेस्टमेंट के बदले नौकरी के चक्कर में लोग उनके बैंक अकाउंट पर में 10 रुपए का ट्रांजेक्शन करने की कोशिश करते, बस इसी दौरान गिरोह के सदस्य लोगों के खातों की सभी गोपनीय जानकारी हैक कर उनके बैंक अकाउंट खाली कर देते थे। उत्तराखंड साइबर थाना पुलिस ने दिल्ली पुलिस की मदद से साइबर क्रिमिनल्स के इस गैंग में दो युवतियों सहित पांच को गिरफ्तार किया है। उनसे डिटेल में पूछताछ की जा रही है।

साइबर थाने में दर्ज हुई थी 10 लाख ठगी की रिपोर्ट:

एसटीएफ के डिप्टीएसपी अंकुश शर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में लाटरी, बीमा पॉलिसी व नौकरी दिलाने के नाम पर हो रही ऑनलाइन धोखाधडी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों मलिन चन्द दास निवासी कलकत्ता हाल निवासी आईटी पार्क देहरादून को नौकरी का झांसा देकर उसके इन्टरनेट बैंकिंग यूजर आईडी पासवर्ड को हैक कर उसके खाते से 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी को केस देहरादून स्थित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर दर्ज किया गया था। वारदात में यूज हुए मोबाइल ई.वालेट तथा बैंक खातों के बारे में पड़ताल की गई तो पता चला कि मोबाइल नंबर फेक एड्रेस पर लिये गये हैं। अभियुक्तो की गिरफ्तारी व आवश्यक कार्यवाही हेतु साईबर क्राइम पुलिस स्टेशन से निरीक्षक पंकज पोखरियाल के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गठित कर दिल्ली,नोएडा,हरियाणा रवाना की गयी।

पुलिस बैंक खाते की डटेज जुटाकर पहुंची कॉल सेंटर:

इस मामले में विभिन्न बैंको के खाते यूज हुए थे। जिसमें एचडीएफ सी,कोटक महिन्द्रा ,केनरा बैक व आईसीआईसीआई बैंक के खाते सम्मिलित है। उक्त खातों के बारे में बैक की शाखा से सम्पर्क कर सम्बन्धित खाता धारकों का सत्यापन किया गया। जिसमें कोटक महिन्द्र बैंक के एक सस्पेक्टेड अकाउंट की डिटेल मिली। बैंक अकाउंट को ट्रेक करने के दौरान साइबर थाना पुलिस को मनसाराम नई दिल्ली में एक फ र्जी कॉल सेंटर संचालित किये जाने की जानकारी मिली। जहां से लोगों के साथ ऑन लाइन धोखाधड़ी कर लाखों रुपये की ठगी की जा रही है। इस पर साइबर थाना पुलिस ने दिल्ली पुलिस के सहयोग से कॉल सेन्टर पर दबिश देकर धोखे का खेल चला रहे 5 अभियुक्त जिसमें 2 महिलाओं व 3 पुरुषों को गिरफ्तार किया गया। मौके से 1 लैपटॉप, 7 कम्प्यूटर सिस्टम 19 मोबाईल फ ोन 52 सिम कार्ड, एटीम कार्डस, फ र्जी आधार व पेन कार्ड, 3 सोने के सिक्के, 1 सोने की चेन बरामद की गयी।

जॉब वेबसाइट का डेटा चुराकर ठगी:

अभियुक्तो द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उनके द्वारा मॉनस्टर वेबसाईट से नौकरी हेतु आवेदन करने वाले लोगो का डेटा प्राप्त किया जाता था। जिनसे सम्पर्क कर नौकरी का लालच देकर उनको अपनी फ र्जी वेबसाइट जॉब रेस्क्यू रजिस्टर करने और 10 रुपये इंटरनेट बैंकिंग के जरिए ट्रांजेक्शन करने को कॉल गिरोह की महिला अभियुक्ता द्वारा की जाती थी। पीडि़त द्वारा अपना यूजर आईडी व पासवर्ड सम्बन्धी जानकारी उक्त साईट पर फ ड करने पर आगे फेल्ड ट्रांजेक्शन लिखा आता था। परन्तु इस प्रकार से अभियुक्तगण उसके खाते में इन्टरनेट बैंकिंग व पासवर्ड प्राप्त कर सेंध लगाकर खाते को खाली कर देते थे। ठगी की रकम से यह गिरोह अपने ऐशो-आराम की वस्तुओं के अलावा गोल्ड की ऑनलाइन शॉपिंग करते थे। पांचों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। उनसे मिली जानकारी के आधार पर देश के अन्य राज्यों में इस प्रकार से धोखाधड़ी के शिकार अन्य लोगों की पहचान हेतु कार्यवाही की जा रही है।

6 लाख 56 हजार रुपये वापस कराए

साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में तुरंत एक्शन लेकर ऑनलाईन शॉपिंग कम्पनी टाटा क्लिक से सम्पर्क कर वादी के 6 लाख 56 हजार रुपये वापस कराए।

दिल्ली से गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल:

1. तुषार कान्डा निवासी बौराड़ी

2. मयंक कान्डा निवासी बौराड़ी

3. मोनू मिश्रा निवासी नजफ गढ

4. खुशबू त्यागी निवासी पश्चिम विहार

5. सिम्मी धवन निवासी उत्तम नगर

बरामद माल।

1 लैपटॉप

7 कम्प्यूटर सिस्टम

13 कीपैड फ ोन

6 एन्ड्रॉइड फ ोन

52 सिम कार्ड

एटीम कार्डस

फ र्जी आधार व पेन कार्डस,

3 सोने के सिक्के

1 सोने की चेन