2 मामले हर दिन तकरीबन दर्ज हो रहे ठगी के शहर में

775 मुकदमे ठगी और साइबर क्राइम के दर्ज हुए 2018 में

684 मामले ठगी व साइबर क्राइम के दर्ज किए गए 2017 में

632 मुकदमे दर्ज किए गए थे साल 2016 में

234 आरोपियों को बीते एक साल मं पुलिस ने किया गिरफ्तार

22 ठगी के केसों का एसटीएफ ने किया है भंडाफोड़

35 लाख की रकम ठगों से वापस कराई जा चुकी है

412 आरोपी ठगी के केस में चल रहे फरार

32 थानों में दर्ज किए गए हैं ठगी के कई मामले

Meerut। शहर में साइबर क्राइम के आंकड़ों का ग्राफ बीते वर्षो में लगातार बढ़ गया है। हालत यह है डिजिटलीकरण के दौर में हर दिन ठगी के कम से कम दो मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक साल में 775 ठगी के मुकदमे जिले के विभिन्न थानों में दर्ज किए गए जा चुके है। मेरठ शहर में ठगी के दर्ज मामलों ने वेस्ट यूपी के विभिन्न शहरों को भी पछाड़ दिया है.यही नहीं, बीते दिनों मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल को भी ठगों ने अपना शिकार बनाने का प्रयास किया। एसएसपी अखिलेश कुमार ने बताया कि अक्सर जागरूकता कम होने की वजह से लोग ऐसे ठगों के चंगुल में फंस जाते हैं। मेरठ में ठगी के सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं। हालांकि पुलिस ने ठगों से बचने के लिए अलर्ट जारी किया है।

दो साल में बढ़े आंकड़े

दरअसल, नोटबंदी के बाद शहर में भी डिजिटल पेमेंट के तौर तरीकों में तेजी आई थी, लेकिन इसी दौरान साइबर क्राइम का अपराध भी धीरे-धीरे बढ़ने लगा। अक्सर जानकारी न होने की वजह से लोग ऐसे साइबर ठगों के जाल में फंस जाते हैं। आंकड़ों की मानें तो बीते दो साल में ही साइबर अपराध का आंकड़ा दोगुने से भी ज्यादा बढ़ गया है। बीते एक साल यानि 365 दिन में 775 ठगी के मामले दर्ज किए गए। जबकि साल 2017 में साइबर क्राइम और ठगी 684 मुकदमे और साल 2016 में 632 मुकदमे दर्ज किए गए थे।

ऐसे लालच देकर फंसाते हैं ठग

नौकरी लगाने के नाम पर लोगों से ठगी

रिश्ते कराने के नाम पर लोगों से ठगी

रुपये दोगुने करने के नाम पर लोगों से ठगी

ऑनलाइन शॉपिंग पर माल भेजने के नाम पर ठगी

एटीएम का कोड बदलने के नाम पर ठगी

बैंकों में रुपये जमा करके उसे दोगुना कराने का देते हैं झांसा

लाखों रुपये की लॉटरी निकालने के नाम पर भी होती है ठगी

प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर आउट कराने के नाम पर ठगी

फर्जी विवि में एडमिशन के नाम पर ठगी

टेलीकॉलर बनकर लोगों से ठगी

आप कैसे बचें इन ठगों से

किसी को भी फोन पर अपने बैंक की डिटेल न बताएं

अपने मोबाइल फोन में किसी भी ऐप पर बैंक और एटीएम की डिटेल न दें।

शादी कराने और नौकरी लगाने की गारंटी देने वाले ठगों की शिकायत जरूर करें।

साइबर अपराध के प्रति हमेशा जागरूक रहें, बैंकों के निर्देशों को हमेशा पढ़ते रहें।

एटीएम से रुपये निकालते वक्त भी सावधान रहें, किसी को एटीएम का पिन न बताएं।

मेरठ शहर के ये चर्चित केस

9 नवंबर 2018

सांसद राजेंद्र अग्रवाल को एक ठग ने फोन करके उनका एटीएम नंबर पूछने का प्रयास किया था। सांसद राजेंद्र अग्रवाल को समझने में देर न लगी कि उनके साथ ठगी का प्रयास किया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने उसकी शिकायत मेडिकल थाने में दर्ज कराई।

23 सितंबर 2018

एसटीएफ ने शारदा रोड पर एक मैरिज ब्यूरो में छापेमारी करते हुए वहां से आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। वह लोगों से शादी कराने के नाम से ठगी कर रहे थे।

9 अगस्त 2019

एसटीएफ ने मेट्रो प्लाजा स्थित एक कॉल सेंटर पर छापेमारी करते हुए वहां से 25 युवक युवतियों को गिरफ्तार किया गया था। वह लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करते थे।

7 सितंबर 2017

साइबर सेल में एब्लेज इंफो सॉल्यूशन कंपनी के खिलाफ 37 अरब का ऑनलाइन ठगी का मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें कंपनी मालिक व मेरठ निवासी अनुराग गर्ग को पुलिस पकड़ चुकी है। इसके साथ पांच अन्य आरोपी भी जेल में है। जिसमें 180 लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया था। अब मामला पेडिंग पड़ा हुआ है।

29 नवंबर 2017

हैकर्स ने तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी का भी फर्जी फेसबुक पर पेज बना दिया था। साइबर सैल में मुकदमा दर्ज हुआ था। अभी भी इस मामले की जांच पेंडिग में है।

2 अक्टूबर - 2017

दो अक्टूबर को एसएसपी के पीआरओ ग्रुप में एक युवक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आपत्तिजनक वीडियो सेंड कर दिया था। जिसमें तत्कालीन एसएसपी मंजिल ने आरोपी युवक के खिलाफ साइबर सेल में मुकदमा दर्ज कराया था।