- फोन पर लुभावने ऑफर देकर बना रहे ठगी का शिकार

- दिल्ली से रजिस्टर्ड होती है कंपनी, मंगाए गए सामान की जगह दूसरा सामान मूर्ति या साबुन भेज देते हैं

बरेली --

ठगी का खेल करने वाली निजी कंपनियां अब सरकारी विभाग का भी सहारा ले रही हैं. यह फेक कंपनीज खुद को डेली नीड्स के सामान की डिलीवरी करने वाली कंपनी बताकर पोस्ट ऑफिस में रजिस्ट्रेशन करा लेती हैं. फिर यह शहरियों को ऑफर के तहत बेहद कम दामों में सामान देने का लालच देते हैं. पैसे बचाने के चक्कर में शहरी आसानी से इनके झांसे में फंस जाते हैं. पोस्ट ऑफिस के अफसर भी इससे अंजान नहीं हैं और वह खुद भी कस्टमर से सामान की डिलीवरी लेने से मना करते हैं.

ब्रांड का नाम बता करते ठगी

सैटेलाइट निवासी वीनेश ने बताया कि उनकेपास एक महिला की कॉल आई. महिला ने कहा कि वह सैमसंग कंपनी से बात कर रही है. आपका मोबाइल नंबर लकी ड्रॉ में सिलेक्ट हुआ है. इसके तहत आपको एक अच्छा ऑफर दिया जा रहा है. सैमसंग का एक नया एम-20 फोन केवल 4 हजार रुपए में दिया जा रहा है, जोकि मार्केट में 13 हजार रुपए का है. जिस पर मैंने हां कर दी. आठ से दस में डिलीवरी की बात कही थी.

पोस्टमैन ने बचाया

वीनेश के मुताबिक डिलीवरी आने के बाद पोस्टमैन की तरफ से कॉल आया और उसने कहा कि वह इस पार्सल की डिलीवरी न ले. उसने बताया कि उसने जो भी चीज मंगाई है, वो इसमें नहीं होगी. पोस्टमैन ने बताया कि उसके पास आए दिन इस तरह की डिलीवरी आती रहती है. वह जानता है कि कौन सी डिलीवरी फेक है और कौन सी सही. उसने कहा वह उस कंपनी से बोल देगा कि कस्टमर पार्सल खोलने के लिए कह रहा था. मैंने मना किया तो उसने डिलीवरी नहीं ली. इस तरह से पोस्टमैन की वजह से वह ठगी का शिकार होने से बच गया.

हर माह सैकड़ों आते हैं केस

सीनियर पोस्ट मास्टर एसके त्रिवेदी ने बताया कि अक्सर फेक कंपनियां ऑफर के तहत सामान देने का लालच देकर कस्टमर से ठगी करती हैं. ठगी के शिकार कस्टमर पोस्ट ऑफिस पर ठगी करने का इल्जाम लगाते हैं. जबकि वह खुद कस्टमर्स को से खुद कहते हैं कि यह ऑर्डर न ले, लेकिन कस्टमर नहीं मानता है.

दिल्ली से होते हैं रजिस्ट्रेशन

जब अधिकारियों से कंपनियों के रजिस्ट्रेशन के बारे में पूछा तो बताया कि यह सब हमारे हाथ में नहीं है. यह सभी कंपनियां खुद को किसी न किसी तरह से दिल्ली के हेड पोस्ट ऑफिस से खुद को रजिस्टर करा लेती हैं और वहीं से धोखाधड़ी का खेल करती हैं.

डिलीवर में मिला मूर्ति और साबुन

सीनियर पोस्ट मास्टर ने बताया कि धोखा करने वाले इतने एक्सपर्ट होते हैं कि वो पहले आपको बातों से फंसा लेंगे और बाद में जब डिलीवरी भेजते है तो उसमें कभी मूर्ति निकलती है और कभी साबुन निकलता है. इसके बाद लोग इधर-उधर कंपलेंट करते नजर आते हैं.

वर्जन

हां इस तरह की कई डिलीवरी आती है जिसमें फर्जीवाड़ा होता है. हम तो कई बार डिलीवरी देने से पहले भी लोगों को अवेयर करते हैं, लेकिन कस्टमर को लगता है हम गलत हैं. एक बार डिलीवरी होने के बाद हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं होती है.

एसके त्रिवेदी, सीनियर पोस्ट मास्टर