कागजातों में दोनों केमिकल फैक्ट्रियों को एक-दूसरे से 200 किमी दूर दिखाया गया

एसआईटी कर रही थी मामले की जांच, एक प्लॉट में चलती मिली दोनों केमिकल फैक्ट्रियां

मिलावटी पेट्रोल बनाने वाले मामले में सामने आया था पारस केमिकल और बेस्ट ऑयल केमिकल फैक्ट्री का नाम

Meerut। मिलावटी पेट्रोल बनाने के मामले में एसआईटी की जांच में तेजी आ गई है। एसआईटी ने अजंता पेट्रोल पंप के संचालक के भतीजे नितिन उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया है। केमिकल फैक्ट्री के कागजातों में गड़बड़ी पाए जाने के मामले में नितिन जैन को भी गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भी भेज दिया गया है।

क्या था मामला

आईजी रेंज मेरठ आलोक सिंह के आदेश पर क्राइम ब्रांच की टीम ने कुछ दिन पहले मिलावटी पेट्रोल बनाने वाले गैंग का भांडाफोड़ किया था। साथ ही इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने 10 आरोपियों को जेल भेजा था। इस मामले में दो केमिकल फैक्ट्री का नाम सामने आया था। जिसके बाद आईजी के आदेश पर इस मामले में एसआईटी का गठन किया गया।

एक ही प्लॉट में चल रही फैक्ट्रियां

कागजों में जिन केमिकल फैक्ट्री का नाम सामने आया, उनमें से एक पारस केमिकल फैक्ट्री राजीव जैन की है। राजीव जैन को मिलावटी पेट्रोल के मामले में पहले ही जेल भेजा जा चुका है, जबकि बेस्ट ऑयल केमिकल फैक्ट्री नितिन जैन की है। नितिन जैन अजंता पेट्रोल पंप के मालिक राकेश जैन का भतीजा है। दरअसल, केमिकल फैक्ट्री के मामले में जब एसआईटी ने जांच-पड़ताल शुरू की तो सामने आया कि राजीव जैन और नितिन जैन ने कागजातों में अपनी-अपनी केमिकल फैक्ट्रियों को एक-दूसरे करीब 200 किमी की दूरी पर दिखाया था। वो पारस केमिकल और बेस्ट ऑयल केमिकल फैक्ट्री एसआईटी की जांच में एक ही प्लॉट में चलती मिली। जिसके बाद कागजातों में फर्जीवाड़े के चलते नितिन उर्फ गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया गया।

नितिन जैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। बेस्ट ऑयल के नाम से इनकी केमिकल फैक्ट्री है। इन्होंने पारस केमिकल से अपनी केमिकल फैक्ट्री की दूरी कागजातों में 200 किलोमीटर से भी ज्यादा दिखाई थी लेकिन कागजातों की जांच पड़ताल में सामने आया कि एक ही प्लॉट से दोनों केमिकल फैक्ट्री चल रही हैं।

अविनाश पांडेय, एसपी देहात, मेरठ