GORAKHPUR: जिला अस्पताल में तमाम कवायदों के बाद भी दलालों पर अंकुश नहीं है। बुधवार को एक दलाल के चक्कर में आए एक व्यक्ति को पांच सौ रुपए गंवाने पड़े, साथ ही समय भी बर्बाद हुआ। परेशान तीमारदार बेटी का बिना जांच कराए ही अस्पताल से लौट गया।

करानी थी सीटी स्कैन जांच

चौरीचौरा एरिया के गगरा निवासी रघुनन्दन अपनी 12 साल की बेटी आंचल को दिखाने जिला अस्पताल पहुंचे थे। डॉक्टर ने देखने के बाद रघुनंदन को बेटी का सीटी स्कैन जांच कराने की सलाह दी। जब वह जांच के लिए जिला अस्पताल स्थित आरडीसी पहुंचे तो कर्मचारियों ने बताया कि जांच के लिए सरकारी फीस जमा करनी पड़ती है। पहले फीस जमा करके आओ तब जांच हो पाएगी। फीस जमा करने की जगह पूछ रहे रघुनंदन को एक दलाल मिल गया। उसने कहा कि सामने के काउंटर पर फीस जमा होती है। वहां काफी भीड़ है। आप कहिए तो मैं अंदर से फीस जमाकर आपको रसीद दे सकता हूं। परेशान रघुनन्दन ने उस पर भरोसा करते हुए पांच सौ रुपए दे दिया। लेकिन वह काफी देर तक नहीं लौटा। इधर-उधर देर तक ढूंढने के बाद रघुनंदन बिना जांच कराए ही अस्पताल से लौट गए।

वर्जन

यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है। लोग इधर-उधर घूमते व्यक्ति पर भरोसा न करें। कोई भी फीस सीधे काउंटर पर ही जमा करें।

- डॉ। दिनेश कुमार सोनकर, एसआईसी