ईडी अटैच करने की तैयारी में
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LUCKNOW: प्लॉट, दुकान के नाम पर निवेशकों से करोड़ों रुपये ठगने वाली मैग्नम फाइनेंस ग्रुप की 60 लाख रुपये की संपत्तियों को इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट ने बुधवार को अटैच कर लिया। ये संपत्तियां मैग्नम ग्रुप के कर्ता-धर्ता अरुण कुमार चतुर्वेदी और वरुण कुमार चतुर्वेदी की हैं। अटैच की गयी संपत्तियों में राजधानी के जानकीपुरम इलाके में स्थित जानकी प्लाजा की चार दुकानें शामिल हैं। ध्यान रहे कि ईडी ने यह मामला करीब ढाई साल पहले दर्ज किया था जिसके बाद अटैचमेंट की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। जल्द ही जालसाजों की कुछ अन्य संपत्तियों को भी ईडी अटैच करने की तैयारी में है।

एफआईआर हुई थी दर्ज
मैग्नम ग्रुप के डायरेक्टर्स के खिलाफ वर्ष 2011-14 के बीच 83 एफआईआर दर्ज कराई गयी थी। दरअसल कंपनी ने सैंकड़ों लोगों को निवेश के एवज में प्लॉट, भूमि, शेयर के साथ आकर्षक ब्याज देने का वादा किया था जिसके बाद उसके डायरेक्टर्स ने पूरी रकम हड़प ली। इस मामले में गुडंबा पुलिस और बाद में सीबीसीआईडी ने अदालत में कंपनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। वहीं ईडी ने 18 मार्च 2016 को केस दर्ज कर लिया। जांच में सामने आया कि मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी की आड़ में सैंकड़ों निवेशकों द्वारा अलग-अलग बैंकों मे जमा करायी गयी रकम से कंपनी के डायरेक्टर्स ने आलीशान गाडिय़ां और बेशकीमती संपत्तियां खरीदी। इनमें जानकीपुरम स्थित ये चार दुकानें भी शामिल थी। ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह के निर्देश पर बुधवार को इन्हें अटैच कर लिया गया।

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