साइबर क्रिमिनल ने एसबीआई ऑफिसर बनकर किया था फोन

एटीएम कार्ड को अपडेट करने के नाम पर मांगी थी इंफार्मेशन

ALLAHABAD: हाईकोर्ट के रिटायर्ड रजिस्ट्रार केके मुखर्जी को साइबर शातिरों ने लंबा चूना लगा दिया। उनके पास एसबीआई का ऑफिसर बनकर एक युवक ने फोन किया और एटीएम अपग्रेडेशन का झांसा देकर एटीएम कार्ड का नंबर जान लिया। जब उन्होंने शुक्रवार को एकाउंट का बैलेंस चेक किया तो पता चला कि खाते से एक लाख नौ हजार रुपए की ऑनलाइन शॉपिंग कर ली गई है। उन्होंने धूमनगंज में एफआईआर दर्ज करवा दी है। मामला साइबर क्राइम सेल को ट्रांसफर कर दिया गया है।

26 अगस्त को आया था फोन

केके मुखर्जी राजरूपपुर में रहते हैं। उनके पास फोन 26 अगस्त को आया था। फोन करने वाले ने कहा कि उनका एटीएम कार्ड बंद होने वाला है। हर अगस्त में इसे अपग्रेड किया जाता है। उसने भरोसे में लेने के लिए एटीएम कार्ड के शुरू के कुछ नंबर उनको बताए। फोन करने वाले ने खुद को हाईकोर्ट की एसबीआई ब्रांच का ऑफिसर बताया था। उसने कई जानकारियां सही दीं तो उनको भरोसा हो गया था। फोन करने वाले ने कहा था कि वे कुछ दिन एटीएम का इस्तेमाल न करें। इस पर उनको कुछ शक हुआ था। जब वे 28 अगस्त को बैंक पहुंचे तो उनको बताया गया कि ऑनलाइन शॉपिंग की गई है। उन्होंने तुरंत कार्ड को ब्लॉक करवाया और पुलिस को सूचना दी। मामला हाईकोर्ट के रिटायर्ड ऑफिसर से जुड़ा होने की वजह से पुलिस ने भी तुरंत एफआईआर दर्ज कर ली।

चर्च के मेंबर के पास भी आया था फोन

मैथोडिस्ट चर्च के मेंबर जॉनसन के पास भी एटीएम कार्ड को अपग्रेड करने के नाम पर साइबर शातिरों ने कुछ दिन पहले फोन किया था। वह तुरंत ही समझ गए कि फोन करने वाला फ्राड है। उन्होंने फ्राड को बातों में उलझाने की कोशिश की तो उसने कॉल डिस्कनेकट कर दी।