- शहर में दो साल से एक्टिव था गैंग, नहीं पकड़ पाई पुलिस टीम

- ऑफिस टाइम पर निकलता गैंग, शिकार बना कार से होता फरार

GORAKHPUR: शहर में पब्लिक को कागज की गड्डी थमाने वाला गैंग बिहार से आकर वारदातों को अंजाम देता था। बैंक में ग्राहकों से रुपए लेकर चालबाज कागज की गड्डी थमाकर बिहार भाग जाते थे। ऐसे मामलों को टाल कर पुलिस शहर की पब्लिक को लुटवाती रही। हाल के दिनों में पकड़े गए गैंग के सदस्यों ने गोरखपुर पुलिस की लापरवाही की पोल खोल दी। इस मामले में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पड़ताल की तो सामने आया कि एक गांव में गड्डीबाजी की ट्रेनिंग होती है। कम पढ़े-लिखे शातिर किसी को भी आसानी से चपत लगाने की ट्रेनिंग लेकर गोरखपुर आते थे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार बदमाशों को रिमांड पर लेकर घटनाओं का पर्दाफाश किया जाएगा। हालांकि ज्यादातर मामलों को पुलिस ने दर्ज नहीं किया है। इसलिए पब्लिक को इंसाफ नहीं मिल पाएगा।

पूरा मोहल्ला करता गड्डीबाजी

शहर के भीतर विभिन्न बैंक के ग्राहकों को गड्डीबाज शिकार बनाते थे। किसी न किसी तरीके से ग्राहकों को कागज की गड्डी थमाकर बदमाश नकदी लेकर फरार हो जाते थे। ऐसे मामलों की शिकायत पर पुलिस अक्सर पीडि़त को ही दोषी बताकर थानों से लौटा देती थी। करीब दो साल से एक्टिव शातिर पुलिस की इसी लापरवाही का फायदा उठाते रहे। दो दिन पूर्व देवरिया जिले में एक महिला के साथ वारदात के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने गैंग के सदस्यों को पकड़ लिया। पूछताछ में पता लगा कि उन बदमाशों ने गोरखपुर में दो दर्जन से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया है। गोरखपुर के अलावा देवरिया, कुशीनगर और महराजगंज में भी घटनाएं की थीं। पकड़े गए बदमाशों ने पुलिस को बताया कि उनके पूरे गांव-मोहल्ले के लोग गड्डीबाजी करते हैं। उनके वहां बाकायदा इसकी ट्रेनिंग कराई जाती है। पहली बार गैंग के बारे में पुलिस को सटीक जानकारी मिली है।

लग्जरी कार से चलते शातिर

पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि मोतीहारी जिले के केसरिया पुलिस स्टेशन एरिया में चांदपार मोहल्ला है। यहां के लोगों का मूल धंधा गड्डीबाजी है। कई साल से गड्डीबाजी के धंधे में लगे मोहल्ले वाले रोजाना ऑफिस टाइम पर तैयार होकर घर से निकलते हैं। गोरखपुर सहित अन्य जगहों पर जाकर बैंकों में शिकार तलाशते हैं। गैंग के सदस्य किसी एक व्यक्ति को निशाना बनाते हैं जो आसानी से रुपए दे दे। उसे लालच देकर अपने जाल में फंसाने के लिए तीन-चार अन्य सपोर्ट में आ जाते हैं। कम रुपए देकर अधिक पाने के लालच में आकर लोग उनका शिकार बन जाते हैं। असली नोट के बदले कागज की गड्डी थमाकर शातिर वहां से फरार हो जाते हैं। चांदपार गांव में हर किसी के लग्जरी कारें हैं। उनका रहन-सहन देखकर पुलिस कर्मचारी दंग रह गए थे। हाल के दिनों में कैंपियरगंज एरिया में हुई घटना का पर्दाफाश पुलिस ने किया है। जब गैंग के सदस्यों ने कबूला है कि उन लोगों ने कैंट, कोतवाली, शाहपुर, खोराबार सहित अन्य जगहों पर दो दर्जन से अधिक घटनाओं को अंजाम दिया था।

सीनियर सिटीजन और महिलाएं सॉफ्ट टारगेट

गड्डीबाज गैंग के बारे में यह जानकारी भी मिली है कि ज्यादातर महिलाएं और सीनियर सिटीजन इनके सॉफ्ट टारगेट हैं। इनको झांसा देकर आसानी से शिकार नहीं बना पाए तो छीना-झपटी करके भागने में आसानी होती है। शहर के भीतर इस गैंग ने रुपए जमा कराने वाले युवकों, प्राइवेट फर्म के कर्मचारियों और पैसे लेकर घर लौटने वाली महिलाओं को निशाना बनाया। रुमाल में लिपटी कागज की गड्डी देकर शातिरों ने बहुतों को चूना लगाया। एफआईआर के अभाव में गैंग अभी तक पकड़ा नहीं जा सका था। दो साल से अधिक समय से एक्टिव गैंग के सदस्य आए दिन लोगों को निशाना बनाते थे।

पुलिस ने इनको किया अरेस्ट

राम सिंह चांदपार, थाना केसरिया, मोतीहारी, बिहार

अमरजीत महतो, चांदपार, केसरिया, मोतीहारी, बिहार

दीनानाथ कुमार, चांदपार, केसरिया, मोतीहारी, बिहार

कृष्ण कुमार महतो, चांदपार, केसरिया, मोतीहारी, बिहार

जब हुईं गड्डीबाजी की घटनाएं

14 जनवरी 2020: खोराबार एरिया के कुसम्हीं बाजार में रुपए जमा कराने गई महिला को झांसा देकर गड्डीबाजों ने 52 हजार रुपए का चूना लगाया। रुमाल में कागज की गड्डी देखकर महिला परेशान हो गई।

13 जनवरी 2020: कोतवाली एरिया में बैंक में रुपए जमा कराने पहुंचे युवक को झांसा देकर 52 हजार रुपए लेकर गड्डीबाज फरार हो गए।

4 दिसंबर 2019: विजय चौराहे पर रुपए जमा कराने गए सीनियर सिटीजन को कागज की गड्डी थमाकर शातिर नकदी लेकर भाग गए।

19 सितंबर 2019: गोरखनाथ एरिया के धर्मशाला बाजार में रुपए निकालकर लौट रहे ग्राहक को कागज की गड्डी थमाकर चपत लगाया।

ये बरतें सावधानी

- बैंक में रुपए निकालने जाते समय पूरी सावधानी बरतें।

- किसी के अचानक अधिक रुपए देने पर उसके झांसे में न आएं।

- यदि कोई कागज में लिपटी कोई वस्तु देकर रुपए होने की बात कहे तो शोर मचाएं।

- गड्डीबाज उन्हीं लोगों को ज्यादा निशाना बनाते हैं जो अधिक रुपए के लालच में आते हैं।

- रुपए लेकर घर लौटते समय किसी के झांसे में न आएं। अपने फैमिली मेंबर के साथ ही रुपए निकालने जाएं।

- कोई वारदात होने पर पुलिस को सूचना दें। सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों की पहचान की जा सकती है।

यहां पर ज्यादा सक्रिय थे गैंग के सदस्य

कैंट एरिया के नंदानगर में पीएनबी बैंक के आसपास

एडीजी ऑफिस के पास बैंक के सामने मुनीम को शिकार बनाया

खोराबार एरिया के कुसम्हीं बाजार में बैंक के ग्राहकों से कई घटनाएं हुई

कोतवाली एरिया में बैंक ग्राहकों को झांसा देकर कागज की गड्डी थमाई

गुलरिहा एरिया के भटहट बाजार में भी पहले गड्डीबाजों ने ग्राहकों को चूना लगाया

सहजनवां कस्बे में सक्रिय गड्डीबाज कई ग्राहकों को नोट के बदले कागज थमाकर लापता हो गए।

वर्जन

देवरिया में एक गैंग पकड़ा गया है। जो शहर में सक्रिय होकर लोगों को कागज की गड्डी थमाकर शिकार बनाता था। पकड़े गए शातिरों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। शहर में हुई घटनाओं की पड़ताल के निर्देश दिए गए हैं।

डॉ। कौस्तुभ, एसपी सिटी