-स्वास्थ्य विभाग की टीम ने की जांच, गंगा अस्पताल का भी किया निरीक्षण

-मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत जुड़ने के लिए टीएमएच और गंगा मेमोरियल हॉस्पिटल ने दिया था आवेदन

-दोनों हॉस्पिटल्स की व्यवस्था से संतुष्ट दिखी हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम

-जिनकी वार्षिक आमदनी अधिकतम 72,000 रुपए है, उन्हें मिलेगा इस योजना का लाभ

JAMSHEDPUR: अगर सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो, एक हफ्ते में टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) में गरीबों का मुफ्त इलाज होने लगेगा। इसकी जांच-पड़ताल करने के लिए बुधवार को रांची से तीन सदस्यीय टीम शहर पहुंची थी। इसमें स्वास्थ्य निदेशक डॉ। रमेश प्रसाद, डॉ। राज मोहन व डॉ। अजीत शामिल थे। दरअसल, मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत जुड़ने के लिए टीएमएच और गंगा मेमोरियल हॉस्पिटल ने सरकार को आवेदन दिया था। दोनों अस्पतालों की व्यवस्था से टीम संतुष्ट दिखी। हालांकि आखिरी फैसला सरकार को लेना है।

टीम सौंपेगी रिपोर्ट

टीम अपनी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगी। योजना के तहत वैसे लोग जिनकी वार्षिक आमदनी अधिकतम 7ख्,000 रुपये है, उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा। इसके तहत फिलहाल मेहरबाई टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल व ब्रह्मानंद नारायणा अस्पताल से करार हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि टीएमएच में किडनी, हार्ट, न्यूरो सहित अन्य बीमारियों का इलाज संभव है। वहीं गंगा मेमोरियल अस्पताल में दूरबीन पद्धति से सर्जरी, कैंसर की सर्जरी, डायलिसीस सहित अन्य सुविधाएं हैं। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ। श्याम कुमार झा, आरसीएच पदाधिकारी डॉ। महेश्वर प्रसाद व सर्विलांस पदाधिकारी डॉ। साहिर पॉल उपस्थित थे।

पांच लाख तक का लाभ

तय अस्पतालों में इलाज कराने के लिए ढाई लाख रुपये तक की मदद का प्रावधान है। वहीं, किडनी प्रत्यारोपण जैसी गंभीर बीमारी के लिए पांच लाख रुपये और कैंसर के इलाज के लिए अधिकतम चार लाख रुपये दिए जाते हैं। इसके लिए हेल्थ सर्विसेज के डायरेक्टर के पास आवेदन भेजना होता है। फिर सिविल सर्जन के नेतृत्व में बैठक आयोजित होती है और जरूरतमंदों को राशि उपलब्ध करायी जाती है। अबतक करीब भ्0 लोग इस योजना का लाभ उठा चुके हैं।

8भ् बीमारियों का इलाज

8भ् बीमारियों का इलाज इस स्कीम के तहत होता है। हालांकि बीमारियों की संख्या बढ़ाने की तैयारी चल रही है। 8भ् बीमारियों में लीवर ट्रांसप्लांट, लीवर सिरोसिस, सभी प्रकार के कैंसर, प्लास्टिक सर्जरी, ब्रेन ट्यूमर, सीरियस हेड इंज्यूरी, हृदय से जुड़े गंभीर रोग आदि शामिल हैं। इसके अलावा पेसमेकर लगाने, वाल्व रिप्लेसमेंट और किडनी की बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति का रीनल ट्रांसप्लांट तथा घुटनों का प्रत्यारोपण भी शामिल है।