JAMSHEDPUR: अब गोवर्मेट हॉस्पिटल और सभी प्राइमरी हेल्थ सेंटर पर जापानी इंसेफ्लाइटिस (जेई) व रोटा वायरस वैक्सीन का टीका मुफ्त में दिया जाएगा। इससे जेई के बढ़ते प्रकोप पर आसानी से काबू पाया जा सकेगा। जेई से निपटने के लिए तैयार टीके प्रभावित क्षेत्रों में बच्चों के साथ-साथ वयस्कों को भी लगाए जाएंगे। इसकी पूरी तैयारी हेल्थ डिपार्टमेंट में अंतिम चरण में चल रही है। इसको लेकर कई प्रकार की ट्रेनिंग एएनएम व डॉक्टर्स को दी जा चुकी है। अप्रैल के पहले सप्ताह तक जेई के टीके सभी गवर्नमेंट हॉस्पिटलों में उपलब्ध करा दिए जाएंगे। ताकि निर्धारित समय पर इसे शुरू किया जा सके। उसके बाद रोटा वायरस वैक्सीन शुरू होगा। यह बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ दस्त की रोकथाम में मददगार होता है।

लगते हैं तीन हजार

प्राइवेट हॉस्पिटलों में यह टीका पहले ख् से फ् हजार रुपए में लगाया जाता था। उल्टी-दस्त और संक्रमण की रोकथाम में मददगार यह वैक्सीन क्.भ् माह, ख्.भ् माह और फ्.भ् माह के शिशुओं को लगाया जाएगा। इसमें पांच-पांच बूंद दवाई मुंह में दी जाती है। हालांकि एक साल तक के बच्चों को भी यह दी जा सकती है।

संक्रमण से बचने में सहायक

डॉक्टर्स का कहना है कि म् महीने के बाद अकसर बच्चे घुटने के बल पर चलने लगते हैं और गंदे हाथ मुंह में ले लेते हैं। इससे पेट में गंदगी से संक्रमण फैलता है और बच्चों का गस्त के जरिए शरीर का पानी निकलने लगता है। रोटावायरस टीका इसी संक्रमण से बचने में सहायक है।

भ् बीमारियों में काम करेगा

जिले में पेंटावेलेन टीका काफी सफल रहा है। शिशुओं को दिया जाने वाला पेंटावेलेन टीका भ् बीमारियों से छुटकारा दे रहा है। यही वजह है कि पेंटावेलेन टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ा है। पेंटावेलेन टीका हेपाटाइटिस बी, टिटनेस, डिप्थीरिया, इंफ्लुएंजा तथा कुकर खांसी जैसी जानलेवा बीमारी से निपटता है। पहले इन भ् बीमारियों पर काबू के लिए शिशुओं को अलग-अलग टीका दिया जाता था।

हर साल सामने आते हैं पेशेंट्स

ईस्ट सिंहभूम जिले में जेई के पेशेंट हर साल सामने आते हैं। इसे देखते हुए अबतक कई बार आउट ब्रेक घोषित किया जा चुका है। बीते तीन साल में कुल ख्क्क् पेशेंट्स की पुष्टि हो चुकी है। इसे देखते हुए जिले में हर साल अलर्ट जारी किया जाता है।

वर्ष पेशेंट

ख्0क्म् फ्7

ख्0क्भ् 8म्

ख्0क्ब् 88

अप्रैल से जापानी इंसेफ्लाइटिस के टीके बच्चों को दिए जाने लगेंगे। इसके लिए संबंधित डॉक्टर्स व स्टाफ को ट्रेनिंग दिया जा रहा है। यह टीका काफी कारगार साबित होगा।

-डॉ महेश्वर प्रसाद, जिला आरसीएच पदाधिकारी।