-जालसाजों ने कोटा की कम्पनी से फर्जीवाड़ा कर ठगे 15 लाख

-कंपनी को भरोसा दिलाने के लिए टाटा कंपनी की फर्जी आइडी बनाकर मेल भेजा

ALLAHABAD: इंटरनेशनल एयरपोर्ट में सोलर पैनल लगाने का टेंडर दिलाने के नाम पर साइबर क्रिमिनल्स ने पंद्रह लाख रुपए की ठगी कर ली। साइबर जालसाजों ने कोटा की कंपनी को भरोसे में लेने के लिए टाटा कम्पनी का फर्जी मेल तैयार कराकर ऑनलाइन वर्कआर्डर भी जारी कर दिया। पंद्रह लाख लेकर ठग ऐश करने कोलकाता निकल गए। मामला एसएसपी नितिन तिवारी तक पहुंचा तो उन्होंने साइबर क्राइम की टीम को जांच सौंपी।

फेसबुक के जरिए पहुंचे जालसाज

मंगलवार को एसएसपी नितिन तिवारी ने साइबर सेल की पकड़ में आए जालसाजों को मीडिया के सामने पेश किया। एसएसपी ने बताया कि दो जालसाजों सुकुमार सारखेल पुत्र जगत जीवन निवासी लाउदर रोड, साउथ मलाका कोतवाली और अनूप कुमार चक्रवर्ती पुत्र श्याम चक्रवर्ती निवासी लूकरगंज खुल्दाबाद ने संगम नगरी में बनने वाले एयरपोर्ट पर वर्क ऑडर दिलाने के नाम पर पूरी कहानी तैयार की। वहां सोलर पैनल लगने थे।

ऐसे दिया ठगी को अंजाम

-ठगों ने हनुमान मंदिर, तलवंडी रोड कोटा के रोहित परेटा से संपर्क करने के लिए फेसबुक का सहारा लिया।

-रोहित परेटा की केसरीनंदन वेन्चर्स के नाम से कंपनी है।

-शातिरों ने बताया कि एयरपोर्ट पर सोलर पैनल लगने का करोड़ा का टेंडर देंगे।

-इसके लिए एडवांस के तौर पर पंद्रह लाख रुपए मांगे।

-रोहित परेटा ने कहा, काम टाटा कंपनी देख रही है, ऐसे में उसी कंपनी की रजामंदी का लेटर होना चाहिए।

-इसके बाद ठगों ने टाटा कंपनी की फर्जी गोडैडी डॉट कॉम के जरिए आइडी तैयार की।

-वहां के अथॉरिटी अफसर के नाम से परेटा को मेल भेजा। तब परेटा ने पंद्रह लाख जालसाज के खाते में डाल दिए।

शहर के एक होटल में की मुलाकात

रोहित परेटा को शिकार बनाने के लिए दोनों ठगों ने पूरी प्लानिंग करते हुए उन्हें शहर के एक होटल में बुलाया। यहां सुकुमार सारलेख एयरपोर्ट अफसर बनकर मिला। सुकुमार सेंट जोसफ कालेज का टॉपर रहा है। वह इंटर के छात्रों को अंग्रेजी पढ़ाता है। सिविल लाइंस स्थित एक कोचिंग में वह अंग्रेजी के टीचर में रूप में पढ़ाता है।

कैश मिला तो की ऐश

खाते में रुपए आने के बाद दोनों ने साढ़े सात -साढ़े साता लाख रुपए बांट लिया और उसके बाद घूमने के लिए कोलकाता चले गए। पुलिस ने बताया कि इस दौरान उन्होंने कोलकाता में 60 हजार रुपए का ड्रम भी ऑडर किया है। डिलीवरी के बाद पुलिस इसे भी जब्त करने की तैयारी में है।

छह लाख की हुई रिकवरी

कुछ दिन बाद मामला पकड़ में आ गया तो सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज कराया गया। आइपी नंबर, मोबाइल आदि से जांच कर दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसपी नितिन तिवारी के मुताबिक, कैश, बैंक में जमा रुपए, गहने और अन्य सामान जब्त करने पर छह लाख रुपए की रिकवरी हो गई है।

इन्होंने किया गिरफ्तार

गिरफ्तारी करने वाली टीम में साइबर सेल प्रभारी ब्रजेश कुमार यादव, लाल बहादुर यादव, जय प्रकाश, जसवीर, विजेंद्र आदि हैं।

साइबर ठगी का मामला है। कैश, बैंक में जमा रुपए, गहने और अन्य सामान जब्त कर लिया गया है। दोनों आरोपी भी गिरफ्त में आ चुके हैं।

-नितिन तिवारी, एसएसपी