दिसंबर तक पश्चिम अफ्रीका में फैल जाएगा इबोला का कहर
न्यूयॉर्क में गिनी से लौटे डॉक्टर के इबोला वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. अमेरिका में इबोला का यह चौथा मामला है. पश्चिम अफ्रीका में पहले से ही इबोला का कहर है. जानकारों की मानें तो दिसंबर तक इबोला यहां विस्फोटक रूप ले लेगी. उधर, अमेरिका में इबोला से संक्रमित मरीज की तीमारदारी करते हुए बीमारी के शिकंजे में आई नर्स अब ठीक हो चुकी है. खबर है कि उसके पूरी तरह से सही होने के बाद वाशिंगटन स्थित अस्पताल ने उसे छुट्टी दे दी है. नर्स नीना फैम डलास में जिस मरीज की देखभाल कर रही थीं, उसकी मौत हो चुकी है.   

इबोला से सावधान रहने का दिया संबोधन
इबोला की दहशत को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रेडियो पर संबोधन दिया. संबोधन में उन्होंने अमेरिकावासियों से कहा कि इबोला के खिलाफ जंग में अमेरिका विश्व का नेतृत्व कर रहा है. अमेरिका के लोगों को इबोला से डरने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है, लेकिन यह भी जरूर है कि उन्हें सावधान रहना होगा. मरीज इस बीमारी से बिल्कुल जीत सकते हैं और इसका उदाहरण हम सबके सामने है.

स्वस्थ हुई पीड़ित नर्स
राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने व्हाइट हाउस में नीना फैम से ओवल ऑफिस में मुलाकात की और उसे गले लगाकर शुभकामनाएं भी दीं. जिस अस्पताल में नीना पिछले हफ्ते से भर्ती थी, उसके बाहर अमेरिका के संक्रामक रोग विभाग के प्रमुख ने भी उसे गले लगाकर बधाई दी थी. उन्हीं की निगरानी में ही नीना फैम का इलाज किया जा रहा था. फैम सहित 2 नर्सें डलास में इबोला के मरीज थॉमस एरिक डंकन का इलाज करते हुए इससे संक्रमित हो गई थीं. लाइबेरिया से अमेरिका गए डंकन की 8 अक्टूबर को इबोला के संक्रमण की वजह से मौत हो गई थी. वहीं दूसरी नर्स का नाम अंबेर विन्सन है, जिसका अटलांटा के एमोरी यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में गहन इलाज चल रहा है. उसका परिणाम यह है कि विन्सन के स्वास्थ्य में फिलहाल सुधार हो रहा है.

2 साल की बच्ची ने गंवाई जान
पश्चिम अफ्रीकी देश माली में इबोला से 2 साल की बच्ची की भी शुक्रवार को मौत हो गई. मामले की पुष्टि होने के बाद अधिकारी दर्जनों लोगों की निगरानी कर रहे हैं. ये सभी लोग इबोला से प्रभावित हुई उस बच्ची के संपर्क में थे, जो गिनी से माली आने के बाद इबोला से संक्रमित हुई थी. डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता फदेला चाएब ने कहा है कि डब्ल्यूएचओ इस रोग से निपटने के लिए कुछ और विशेषज्ञों को मदद के लिए माली भेज रहा है.

अफ्रीका पर है इबोला का घना साया
माली अफ्रीका का छठा ऐसा देश बन गया है, जहां इबोला का संक्रमण तेजी के साथ हुआ है. गिनी, लाइबेरिया और सियरा लियोन में इबोला से अब तक 4800 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच, अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में गिनी से लौटे एक डॉक्टर के भी इबोला वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. गौरतलब है कि अमेरिका में इबोला का ये चौथा मामला है.

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