लखनऊ (ब्यूरो)। नए वित्तीय वर्ष अर्थात अप्रैल माह से पब्लिक को यह सुविधा मिलने लगेगी। खास बात यह है कि वाटर टैक्स का बिल मैसेज के माध्यम से लोगों तक पहुंच भी जाएगा, जिससे लोग यह शिकायत नहीं दर्ज करा सकेंगे कि उनके पास वाटर टैक्स का बिल नहीं आया।

अभी आती है समस्या

दरअसल, कई बार लोगों की शिकायत रहती है कि उन्हें वाटर टैक्स का बिल समय से नहीं मिला। इसकी वजह से वे जमा नहीं करा पाएं। उधर, समय से टैक्स जमा न करने के कारण लोगों को लेट फीस भी देनी पड़ती है। जब पूरी व्यवस्था ऑनलाइन हो जाएगी, तब उस स्थिति में हर व्यक्ति को खासी राहत मिलेगी।

हाल में ही हाउस टैक्स

हाल में ही हाउस टैक्स जमा करने की सुविधा को ऑनलाइन किया गया है। जिसकी वजह से भवन स्वामियों को खासी राहत मिली है। वहीं जब इसी व्यवस्था की तर्ज पर वाटर टैक्स की भी सुविधा ऑनलाइन हो जाएगी तो भवन स्वामियों को दोहरी सौगात मिलना तय है।

नंबर किए जा रहे अपडेट

यह भी जानकारी सामने आई है कि जलकल की ओर से हर एक भवन स्वामी का मोबाइल नंबर भी अपडेट किया जा रहा है। जिससे हर एक भवन स्वामी के मोबाइल पर वाटर टैक्स का बिल भेजा जा सके। अभी तक एक लाख से अधिक नंबर अपडेट भी किए जा चुके हैं।

पिछले साल भी प्रयास

पिछले साल वर्ष 2019 में भी इसी तरह की व्यवस्था को इंप्लीमेंट करने की तैयारी की गई थी लेकिन टेक्निकल प्रॉब्लम आने के कारण इस व्यवस्था को शुरु नहीं किया जा सका था। अब नए कलेवर में इस व्यवस्था को शुरु किया जा रहा है।

'नए वित्तीय वर्ष से पब्लिक घर बैठे ही हाउस और वाटर टैक्स का बिल एक साथ जमा कर सकेगी। हाउस टैक्स की तर्ज पर वाटर टैक्स व्यवस्था को भी ऑनलाइन किया जा रहा है।'

- डाॅ. इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त

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