-वोटों की गिनती में हांफे कर्मचारी, कइयों को आया चक्कर

-एक को इलाज के लिए किया रेफर, जारी रही पेयजल की तलाश

ALLAHABAD: मतगणना में गर्मी ने कर्मचारियों का जमकर इम्तिहान लिया। जैसे-जैसे पारा चढ़ा, वोट गिनने में कर्मचारी हांफते नजर आए। कई कर्मचारियों को चक्कर आ गया तो कुछ को घबराहट की शिकायत हो गई। कुछ कर्मचारियों ने पेट में दर्द की बात कहकर आराम की इच्छा जताई। कुल मिलाकर 57 कर्मचारियों को इलाज की जरूरत पड़ी। उन्हें तत्काल दवा देकर ठीक किया गया।

लगातार होती रही पानी की मांग

प्रशासन ने गर्मी को देखते हुए मुंडेरा मंडी में पेयजल की भरपूर व्यवस्था की थी। नगर निगम के पानी के टैंकर लगाने के साथ बोतल बंद पानी भी रखवाए गए थे। लेकिन पारा जब 36 डिग्री के पार पहुंचा, पानी की मांग बढ़ गई। ऐसे में कर्मचारियों को पानी की सप्लाई में जमकर पसीना बहाना पड़ा। मौके पर पेयजल नहीं मिल पाने से कर्मचारी टैंकर की तलाश करते नजर आए। उनका कहना था कि पांडाल में लगे पंखे गर्मी से निजात दिलाने में नाकाम साबित हुए हैं। पुलिस के जवान पेड़ों की छांव में चैन तलाशते रहे।

कर्मचारी के बेहोश होते मचा हड़कंप

मंडी में कुल पांच पांडाल लगाए गए थे। इनमें पांचों विधानसभा की वोटिंग चल रही थी। इनमें लगे 57 कर्मचारियों को दोपहर में पेट दर्द और डिहाइड्रेशन की शिकायत होने लगी। इसी बीच शहर पश्चिमी विधानसभा की काउंटिंग में लगे संग्रह अमीन श्यामलाल गुप्ता बेहोश हो गए। यह देखते ही हड़कंप मच गया। उन्हें आनन-फानन में एंबुलेंस से काल्विन हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। बताया गया कि वह एनीमिक थे, जिसके चलते धूप में उनकी हालत खराब हो गई।

वर्जन

गर्मी की वजह से कुछ कर्मचारियों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। उनको तत्काल दवा व इलाज उपलब्ध करया गया। एक कर्मचारी को सीरियस हालत में काल्विन में भर्ती कराना पड़ा है।

-डॉ। एएन मिश्रा, प्रभारी, संक्रामक सेल