अगस्त तक गांधी मैदान को इसलिए बंद रखा गया था कि इसका ब्यूटिफिकेशन किया जाएगा लेकिन अब तक ऐसा कुछ दिख नहीं रहा है। गांधी मैदान में मिट्टी भराई के अलावा कुछ भी नहीं हो पाया है। अगस्त के बाद गांधी मैदान को खोला गया। खुलते ही इसमें एक बार फिर से मेला और ठेला का दौर शुरू हो गया है। अगस्त से लेकर दिसंबर तक इस मैदान में दो तरह के ही कार्यक्रम हो रहे हैं। एक डिजनी लैंड, ड्रीम लैंड तो दूसरा पॉलिटिकल पार्टियों की सभा।
मेला देखिए भाषण सुनिए
सितंबर से गांधी मैदान को एक बार फिर से कब्रगाह बनाने के लिए छोड़ दिया गया है। इसमें डिजनी लैंड, ड्रीम लैंड से लेकर पॉलिटिकल पार्टी की रैली का आयोजन होना है। यह सिलसिला दिसंबर के आखिरी तक चलेगा, क्योंकि लास्ट मंथ में भी कई तरह के सरकारी और गैर सरकारी प्रोग्राम का आयोजन होना है। इसके बाद एक बार फिर से गांधी मैदान में गंदगी और कचरे का अंबार लगा रहेगा.
September
20 सितंबर से 20 दिसंबर : ड्रीम लैंड मेला।
October
16 अक्टूबर : साइकिल ट्रेड फेयर।
18-23 अक्टूबर : पटना मोटर गैरेज।
26-27 अक्टूबर : हुंकार रैली।
29-30 अक्टूबर : सीपीआईएमएल की सभा।
November
10 नवंबर : महावीर मंदिर की ओर से धार्मिक यज्ञ।
13 नवंबर : डिजनीलैंड मेला।
December
अब तक 25 से अधिक प्रपोजल आ चुके हैं।