- दीघा गंगा ब्रिज की समस्या अब जल्द होगी सॉल्व

- जल्द ही एप्रोच रोड बनाना शुरू हो जाएगा

PATNA: जलालुपर सहित पांच गावों के लोगों के विरोध के कारण ही शनिवार को दीघा गंगा पुल का इनॉगरेशन नहीं हो सका। रेलवे की योजना थी कि जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना में रहेंगे उसी दिन इंजन रॉलिंग कराकर इसका इनॉगरेशन कराया जाएगा, लेकिन ग्रामीणों ने बैलास्ट रैक को जलालपुर होते हुए ब्रिज तक जाने ही नहीं दिया और बैलास्ट की रैक को मजबूरन फुलवारी में ही रोकना पड़ा था। पीएम के आने के पहले से ही रेलवे का पूरा तंत्र सक्रिय दिखा और फाइनली मामला सॉल्व होते दिख रहा है।

उचित मुआवजा भी दिया जाएगा।

पीएम के आगमन के एक दिन पहले ही देर रात तक सीएम नीतीश कुमार और रेल मंत्री सुरेश प्रभु के बीच वार्ता हुई। इसमें कई अहम निर्णय लिए गए। सीएम ने कहा कि जल्द ही बिंद टोली में जमीन अतिक्रमण का मामला सॉल्व कर लिया जाएगा, साथ ही यह भी कहा कि लोगों को उचित मुआवजा भी दिया जाएगा। रेल प्रशासन को भरोसा दिया गया कि जल्द ही हाईकोर्ट के स्टे ऑडर को वेकेंट कराने की कोशिश की जाएगी। इसके बाद शनिवार देर शाम तक रेल अधिकारी और रेल मिनिस्टर की कई दौर की बैठक हुई। इन बैठकों का फलाफल ये रहा कि यह कहा गया कि हर हाल में साल के अंत तक ब्रिज से परिचालन शुरू कर दिया जाएगा, साथ ही राज्य सरकार ने रेलवे से कहा कि ब्रीज तक जाने के लिए जल्द ही एप्रोच रोड बनानी शुरू कर दी जाएगी।

जलालपुर मसले पर भी गवर्नमेंट एक्टिव

जलालपुर सहित पांच गांवों के लोगों के विरोध के कारण ही अबतक पाटलीपुत्र जंक्शन का इनॉगरेशन नहीं हो सका है। इस मामले पर भी रेल मिनिस्टर और सीएम की वार्ता हुई। इसके बाद रेल अधिकारियों ने रेल मिनिस्टर को विस्तार से इसकी जानकारी दी। राज्य सरकार ने कहा कि जल्द ही इस मसले को हल कर लिया जाएगा। सूत्रों की मानें, तो सीएम आज जलालपुर के लोगों के साथ पूरे मसले पर बात कर सकते हैं।