- गंगा में डूब रहे फ्रेंड को बचाने के चक्कर में खुद डूबा पिंटू

- बालू माफियाओं ने पटना सिटी के अधिकांश घाटों को खोद डाला है जो अब बन रहे हैं हादसे का कारण

PATNA CITY : गंगा नदी में नहाने के दौरान लगातार दो दिनों में दो युवकों की मौत हो गई है। बालू माफियाओं ने पटना सिटी के अधिकांश घाटों को खोद कर रख दिया है। अवैध रूप से बालू का खनन कर बालू माफिया तो निकल गए, लेकिन अपनी जान दे कर इसका भुगतना आम पब्लिक कर रही है। असल में बालू की खनन से गंगा घाटों पर जहां-तहां गड्ढे कर दिए गए, जो 8-क्0 फिट से भी ज्यादा है। गंगा नदी का जल स्तर बढ़ने के बाद गड्ढे कहां पर हैं, इसका पता चलना मुश्किल है। ये गढ्डे गंगा नदी में लोगों के नहाने के दौरान हादसे के शिकार होने का एक बड़ी वजह है।

क्या पता था डूब जाएंगे

शुक्रवार की सुबह फ्रेंड्स के साथ गंगा में नहाने गए पिंटू कुमार (ख्7 साल) की डूबने से मौत हो गई। सुबह करीब पौने सात बजे यह हादसा मालसलामी थाने के पीरदमरिया घाट पर हुआ। वह नुरुउद्दीनगंज में किराए के मकान में रहने वाले लक्ष्मीकान्त मिश्रा का बेटा था। पेशे से मजदूर पिंटू फ्रेंड्स के कहने पर गंगा नदी में नहाने गया था। हादसे की जानकारी मिलते ही पिंटू के फैमिली वाले और मालसलामी थाने की पुलिस घाट पर पहुंची। पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को पिंटू की डेडबॉडी खोजने के लिए बुलाया, पर देर शाम तक उसकी डेडबॉडी नहीं मिली। लगातार दो दिनों में नहाने के दौरान गंगा नदी में डूबने का यह दूसरा मामला है। गुरुवार को चौक थाना के कंगन घाट पर नहाने के दौरान कुम्हरार के रहने वाले सूरज की डूबने से मौत हो गई थी।

फ्रेंड को बचाने के चक्कर में गई जान

नहाने के दौरान घाट पर पिंटू और उसके फ्रेंड मस्ती कर रहे थे। इसी बीच एक फ्रेंड पानी के अंदर गड्ढे में चला गया और डूबने लगा। फ्रेंड को डूबता देख पिंटू उसे बचाने गया। उसने फ्रेंड को तो बचा लिया पर खुद हादसे का शिकार हो गया। ख्भ् जुलाई को ही मालसलामी के नुरुउद्दीनगंज घाट पर नहाने के दौरान श्रवण कुमार उर्फ नन्कू की डूबने से मौत हो गई थी। वह भी अपने फ्रेंड्स के साथ नहाने गया था।