-टेलीफोन ऑपरेटर बना रहे कर्मचारियों का वेतन

LUCKNOW:

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों की मनमानी तैनाती कर नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। उनकी पद के अनुरूप तैनाती न करके दूसरे पदों पर काम लिया जा रहा है। मरीजों की सेवा करने वाले कर्मचारी बाबू का काम कर रहे हैं। तो पीआरओ को आईटी विभाग का काम सौंप दिया गया है। राजभवन में वरिष्ठता को लेकर हुई शिकायत के बाद रजिस्ट्रार ने कुछ कर्मचारियों का तो स्थानांतरण कर दिया है लेकिन अभी भी दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों को मानकों को ताक पर तैनात हैं।

माली बना रहा कर्मचारियों की सैलरी

केजीएमयू में लैब टेक्नीशियन की कमी है। जिससे बड़ी संख्या में संविदा पर लैब टेक्नीशियन की तैनाती करनी पड़ी है। ऐसे ही लैब अटेंडेंट आशीष कुमार भी लैब की बजाए अधिष्ठाता नर्सिग कार्यालय में तैनात हैं। लालजी उपाध्याय भी लैब टेक्नीशियन हैं और वेतन बनाने के काम लगाए गए हैं। रजिस्ट्रार कार्यालय में तैनात दीपक टेलीफोन ऑपरेटर हैं और वित्त कार्यालय में वेतन बनाने का काम कर रहे हैं। वरिष्ठ सहायक नीरज सिंह, प्रधान सहायक रैनी चाको थामस, स्टोर कीपर अमित शुक्ला को वीसी का निजी सचिव का काम देख रहे हैं।

पद के अनुरूप तैनाती नहीं

इसके अलावा सिक अटेंडेंट उमेश कुलपति आफिस में रिसीव डिस्पैच का काम कर रहे हैं। संतोष मौर्य सोशल वर्क हैं लेकिन वह नियुक्ति अनुभाव के इंचार्ज बना दिए गए। रजिस्ट्रार के दो ओएसडी जगन्नाथ और राम कुमार भी तैनाती पद के अनुरूप नहीं है। माली दिलीप को वित्त कार्यालय में बिल पास करने का काम दिया गया है। इसके अलावा पीआरओ प्राप्ति को आईटी सेल में काम लिया जा रहा है। जबकि केजीएमयू में पीआरओ की संख्या में पहले से ही खासी कमी है।

दे दी मनमानी तैनाती

वीसी आफिस से लेकर डीन आफिस और सीएमएस कार्यालय तक में कई कर्मचारियों की तैनाती बिना क्वालीफिकेशन संविदा पर उच्च वेतनमान के तहत की गई है। कई बार कर्मचारी परिषद मामले में पत्राचार कर रहा है लेकिन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। कुछ दिन पहले ही रजिस्ट्रार ने 13 कर्मचारियों का स्थानांतरण किया है। जिनमें ज्यादातर वे नाम हैं जिनकी राजभवन से निर्देश मिलने के बाद स्थानांतरण किया गया है।

कर्मचारियों से उनकी कार्यक्षमता के अनुसार कार्य लिया जा रहा है। किसी को भी गलत तैनात नहीं किया गया।

राजेश कुमार राय, रजिस्ट्रार, केजीएमयू