-अंतरदेशीय जलपोत प्राधिकरण ने खरीदी 32 बीघा जमीन

-सर्किल रेट से चार गुना की दर से किया गया कीमत का भुगतान

VARANASI

गंगा में परिवहन योजना को मजबूती देते हुए अंतरदेशीय जलपोत प्राधिकरण ने रामनगर के राल्हूपुर में निर्माणाधीन टर्मिनल का विस्तारीकरण करने के लिए शुक्रवार को फ्ख् बीघा जमीन की खरीदारी की। वर्तमान सर्किल रेट के सापेक्ष चार गुना की दर से क्ख् किसानों को भुगतान करते हुए रजिस्ट्री करायी गयी। इस जमीन पर काग्रो हब डेवलप किया जाएगा। इसे फ्रेट विलेज के नाम से जाना जाएगा। हालांकि इसके लिए अभी आठ एकड़ जमीन की और जरूरत पड़ेगी जिसकी तलाश की जा रही है।

7भ्0 करोड़ में बनेगा टर्मिनल

बनारस में टर्मिनल निर्माण तथा उसे सड़क व रेल मार्ग से जोड़ने पर कुल 7भ्0 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रथम फेज में ख्भ्0 करोड़ का अनुमानित बजट है, जिसमें ख्क्0 करोड़ रुपये टर्मिनल निर्माण व शेष रकम सड़क व रेल से जोड़ने के लिए खर्च होगा। टर्मिनल तक सड़क, रेल मार्ग बनाने के साथ ही वेयर हाउस, यात्री भवन, पार्किंग आदि निर्माण हो रहा है। टर्मिनल को जीवनाथपुर रेलवे स्टेशन से जोड़ा जाएगा। इसके तैयार होने पर भ्फ् मिलियन टन माल की ढुलाई के साथ ही हल्दिया से इलाहाबाद तक परिवहन हो सकेगा। इससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। प्राधिकरण के मेंबर ऑफ ट्रैफिक श्रीकांत महियारिया का कहना है कि जनसंख्या नियोजन को ध्यान में रख फ्रेट विलेज बनाया जाएगा। यहां पर रेल लाइन व रोड ट्रैक की पूरी सुविधा होगी। गोदाम आदि की व्यवस्था भी की जाएगी ताकि रेल व ट्रकों से आए माल को टर्मिनल पर खड़े जलपोत पर लोड किया जा सके। इसमें हजारों की संख्या में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मिलेंगे।

विश्व बैंक कर रहा मदद

अफसरों का कहना है कि मार्च ख्0क्8 तक बनारस में टर्मिनल बनकर तैयार हो जाएगा। परियोजना में अनुमानित ब्ख्00 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रथम चरण में बनारस के अलावा साहेबगंज (झारखंड) व हल्दिया में भी टर्मिनल बनाया जाएगा। इसके अलावा फरक्का में पहले से स्थापित टर्मिनल को विकसित किया जाएगा। बनारस के रामनगर राल्हूपुर में क्भ्.ब् एकड़ क्षेत्रफल में टर्मिनल का निर्माण होगा। निविदा एफकॉन कंपनी को दी गई है। विश्व बैंक आर्थिक सहयोग कर रहा है। लागत का भ्0 फीसद हिस्सा विश्व बैंक देगा। विश्व बैंक ने प्रथम किस्त के तौर पर फ्.भ् मिलियन डायर की अदायगी कर दी है।