LUCKNOW : आत्मविश्वास मजबूत है तो आप कोई भी लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। लेकिन इसके लिए थोड़ी मेहनत और टाइम मैनेजमेंट की जरूरत होती है। यह कहना है संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित सिविल सेवा परीक्षा- 2016 में सफल हुए कैंडीडेट्स का। इन सफल कैंडीडेट्स की बातों से टिप्स लेकर आप भी सफलता हासिल कर सकते हैं। पेश है इन टॉपर्स कैंडीडेट्स से बातचीत के कुछ अंश।

लैंग्वेज सब्जेक्ट भी हैं स्कोरिंग

राजधानी में रहकर सिविल सर्विसेज की तैयारी करने वाले सर्वज्ञ ने एग्जाम के लिए संस्कृत जैसे टफ सब्जेक्ट को चुना। सर्वज्ञ बताते हैं कि लैंग्वेज सब्जेक्ट ज्यादा स्कोरिंग होते हैं और इसका सिलेबस भी ज्यादा नहीं होता। प्रतिदिन कम से कम पांच से छह घंटे पढ़ाई कर आप इसे आसानी से तैयार कर सकते है। वह बताते है कि इससे पहले 2013 में यूपी पीसीएस में चयन हुआ था और मैं मौजूदा समय में वाणिज्यकर में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर हूं। हमारे घर में सभी कोई संस्कृत में बात करते हैं। वह बताते है कि मेरी सफलता का मूलमंत्र है कभी पढ़ाई को बोझ न समझें।

- सर्वज्ञ मिश्रा, रैंक 159 वीं

टाइम मैनेजमेंट से सक्सेज

मैने हमेशा टाइम मैनेजमेंट पर जोर दिया। पिछले वर्ष मेरी 833 वीं रैंक थी और आईआरएस में चयनित हुआ। इस समय राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी नागपुर में प्रशिक्षण ले रहा हूं। मैंने आईआईटी दिल्ली से बीटेक किया। सिविल सेवा परीक्षा में फिजिक्स विषय से सफलता हासिल की। विषय हमेशा वही चुनना चाहिए जिसमें आपकी रूचि हो। इससे स्कोरिंग में आसानी होती है। जो कुछ पढ़ें उसे अच्छे से दोहराएं जरूर ताकि परीक्षा में टाइम मैनेजमेंट ठीक से हो सके। मेरे पिता वीपी नागेश सचिवालय में हैं और मां रेखा हाउस वाइफ हैं।

- विवेक रंजन मैत्रेय, रैंक, 164 वीं

खुद तैयार करें नोट्स

मैनें बीटेक दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से किया और लॉ की भी पढ़ाई की। इसके बाद सिविल सेवा परीक्षा में लोक प्रशासन विषय लेकर तैयारी की। खुद के नोट्स बनाकर तैयारी की तो सफलता मिली। अगर आप जीवन में समय के महत्व को ढंग से समझें तो कभी भी असफल नहीं हो सकते। कभी भी एग्जाम से भयभीत न हों बल्कि जो कुछ कमियां हैं। उसे दूर करने की कोशिश जरूर करें। पढ़ाई में निरंतरता जरूरी है। ऐसे में प्रति दिन टाइम टेबल का सख्ती से पालन करें। मेरे पिता का नाम जस्टिस योगेश चंद्र गुप्ता व मां का नाम कुमकुम गुप्ता है।

- आशीष लाल, रैंक 364वीं

खुद हल करें हर सवाल

मैंने परीक्षा की तैयारी खुद सभी प्रश्नों के आंसर लिखकर की। इससे मुझे पता चला कि प्रश्न का उत्तर देने में क्या सावधानी बरतनी पड़ती है। मैंने बीटेक व एमटेक की पढ़ाई की और सिविल सेवा परीक्षा में भूगोल विषय चुना। विषय स्कोरिंग होने के कारण मुझे सफलता मिली। कभी भी कामयाबी न मिलने पर धैर्य नहीं खोएं। सिविल सेवा परीक्षा में सिलेबस बड़ा होता है, ऐसे में यह जानना भी बहुत जरूरी है कि आपको क्या पढ़ना है । ज्यादा कोर्स मैटेरियल के चक्कर में न पड़े बल्कि सेलेक्ट किताबें पढ़ें। मेरे पिता का नाम डॉ। राजेश मिश्रा और मां का नाम रीवा मिश्रा है।

- मयंक मिश्रा, रैंक 379 वीं