छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: पूर्वी सिंहभूम जिले के घाघीडीह सेंट्रल जेल, घाटशिला उपकारागार, पश्चिम सिंहभूम के चाईबासा मंडल कारा और प्रदेश के पांच सेंट्रल जेल और पांच उपकारा में फोर जी जैमर लगाने की तैयारी है। इसके लिए जल्द ही सर्वे शुरु होगा। एक फोर जी जैमर की कीमत 54 लाख रुपये होगी। फोर जी जैमर लगने से बंदियों का पहरा बढ़ जाएगा। घाघीडीह सेंट्रल जेल में तीन टू जी जैमर लगे हैं जो थ्री जी ओर फोर जी मोबाइल कॉल और डाटा रोकने में प्रभावी नहीं है।

क्या-क्या होंगे फायदे

घाघीडीह सेंट्रल जेल में हार्डकोर नक्सली, आपराधी और प्रदेश के दूसरे जेल के गैंगस्टर बंद है जो कहने को जेल में हैं, लेकिन बाहरी दुनिया से मोबाइल से संपर्क में है। ऐसा जेल में छापामारी में मिले मोबाइल, डाटा और पेन ड्राइव बरामदगी साबित करते हैं। जेल में टू जी फ्रिवेक्सी का जैमर लगा है जबकि बंदी फोर जी फ्रिवेक्सी की मोबाइल का उपयोग चोरी-छुपे करते हैं। फोर जी जैमर लगने से मोबाइल नेटवर्क जाम हो जाएगा।

रामगढ़ जेल में किया गया है सफल परीक्षण

रामगढ़ जेल में फोर जी जैमर का सफल परीक्षण किया गया। फोर जी जैमर जेल में मोबाइल नेटवर्क रोकने को कितना प्रभावी होगा इसके लिए प्रदेश के रामगढ़ जेल में परीक्षण तौर पर फोर जी जैमर लगाया गया। सफल परीक्षण के बाद प्राथमिकता तौर पर घाघीडीह, पलामू, रांची, दुमका और हजारीबाग सेंट्रल जेल, घाटशिला उपकारा, चाईबासा मंडल कारा में फोर जी जैमर लगाने का निर्णय लिया गया है।

घाघीडीह समेत पांच सेंट्रल जेल और पांच मंडल और उपकारा में फोर जी जैमर लगाने का सर्वे शीघ्र शुरू किया जाएगा। जैमर लगाने को भारत इलेक्ट्रानिक्स कंपनी (बेल)और हैदराबाद की कंपनी इलेक्ट्रॉनिक कॉपरोशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (इसीआइएल) से संपर्क किया गया है। ये दोनों कंपनी सरकार की हैं।

-वीरेंद्र भूषण, जेल आइजी, झारखंड