-रोने की आवाज सुन बोगी में बैठे पैसेंजर्स ने खोला बक्सा, निकली 12 वर्षीया पलामू की बच्ची

-गिरफ्तार ट्रैफिकर ने रेलवे स्टाफ की बताई मिलीभगत

-इटावा स्टेशन पर बच्ची से हो रही है पूछताछ

-सीडब्ल्यूसी कर रही रांची लाने की तैयारी

RANCHI: रांची से नई दिल्ली जाने वाली गरीब रथ से एक क्ख् वर्षीया बच्ची को रेस्क्यू किया गया है। उसे बक्से में बंद कर दिल्ली ले जाया जा रहा था। रास्ते में उसके रोने की आवाज सुनकर आसपास बैठे पैसेंजर्स ने जब बक्सा खोला, तो उनके होश उड़ गए। बक्से में क्ख् साल की बच्ची रो रही थी। इसके बाद पैसेंजर्स ने उसे बाहर निकाला और इसकी सूचना इटावा स्टेशन पहुंचने पर जीआरपी को दी। वहीं, ट्रैफिकर को भी पकड़कर जीआरपी के हवाले कर दिया। जहां बच्ची से इटावा स्टेशन पर जीआरपी पूछताछ कर रही है। पूछताछ में ट्रैफिकर ने रेलवे के स्टाफ के शामिल होने की भी बात कही है।

आज रांची आएगी बच्ची

सीडब्ल्यूसी रांची की मीरा मिश्रा ने बताया कि बच्ची को रेस्क्यू कर लिया गया है। वह पलामू की रहने वाली है। अब उसे रांची लाने की तैयारी की जा रही है। इसके बाद ही यह मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगा। फिलहाल जीआरपी ने बच्ची को अपनी निगरानी में रखा है। उन्होंने बताया कि ट्रैफिकर ने रेलवे के स्टाफ के भी शामिल होने की बात कही है। अगर ये बात सच साबित होती है, तो रेलवे के स्टाफ्स पर भरोसा करना भी मुश्किल हो जाएगा।

रेलवे स्टेशन पर पकड़ाए नाबालिग जोड़े

रांची रेलवे स्टेशन से शनिवार को रेलवे चाइल्डलाइन ने दो नाबालिगों को पकड़ा है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे लोग घर से भागकर एक दूसरे से मिलने के लिए आए थे। चाइल्डलाइन ने लड़का के घरवालों को इस बारे में सूचना दे दी है। साथ ही उसे आइटीआइ स्थित बालाश्रय भेज भी दिया गया है। वहीं, लड़की के घरवालों से फिलहाल संपर्क नहीं हो पाया है। ऐसे में उसे भी प्रेमाश्रय में रखा गया है। उसके परिवार वालों से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।