- केमिकल इंजीनियर ब्वॉयफ्रेंड संग पकड़ी गई चौरीचौरा से अपहृत युवती

- कोर्ट मैरिज के लिए फुफेरे भाई ने बुलाया, रेलवे स्टेशन से हुई गिरफ्तारी

GORAKHPUR: चौरीचौरा कस्बे के मोबाइल कंपनी में काम करने वाली युवती का अपहरण नहीं हुआ था। बल्कि वह खुद अपनी मर्जी से अपहरण, मर्डर की कहानी गढ़कर ब्वॉयफ्रेंड संग फरार हुई। पिता की प्रताड़ना से तंग होकर उसने हमेशा के लिए घर छोड़ने का फैसला लिया। स्टार मेकर एप के जरिए एक साल पूर्व संपर्क में आए युवक से शादी रचाने के लिए वह 10 सितंबर को घर से निकल गई। वनसप्ती जंगल में केमिकल की मदद से पिता को घायल फोटो व्हाट्सअप पर भेज दी। दोस्त संग नौसढ़ से आगरा जाने वाली प्राइवेट बस में सवार होकर चली गई। पुलिस की छानबीन शुरू होने पर उसके फुफेरे भाई ने कोर्ट मैरिज कराने का आश्वासन दिया। रविवार की सुबह दोनों जैसे ही रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। क्राइम ब्रांच और चौरीचौरा पुलिस की टीम ने उनको पकड़ लिया। सीओ सुमित शुक्ला ने बताया कि दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है।

फोटो से लगा फर्जी कहानी पर आशंका से सहमी रही पुलिस

चौरीचौरा, बालबुजुर्ग निवासी टीचर अनिल पांडेय की बेटी काजल कस्बे स्थित मोबाइल कंपनी के ऑफिस में काम करती थी। 10 सितंबर की सुबह वह ऑफिस में हिसाब-किताब करके नौकरी छोड़ने की बात कहकर घर से निकली। पौने 12 बजे उसके मेाबाइल नंबर से पिता को व्हाट्सअप फोटो भेजी गई। सिर में चोट लगी हालत में काजल की तस्वीर भेजकर बदला लेने की बात लिखी गई थी। बेटी संग अनहोनी की आशंका में पिता ने पुलिस को सूचना दी। फोटो को देखकर पुलिस को फिल्मी ड्रामा समझ में आ गया। लेकिन युवती संग वाकई किसी घटना की आशंका में सहमी पुलिस जांच पड़ताल में जुटी रही।

फुफेरा भाई दे रहा था लोकेशन

पुलिस को यकीन था कि युवती किसी परिचित युवक संग गई है। छानबीन के दौरान कुछ इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिले। लेकिन पुलिस की जांच के साथ-साथ काजल की लोकेशन चेंज होती रही। इस दौरान पता लगा कि देवरिया, रुद्रपुर कोतवाली के बासपार का रहने वाला उसका फुफेरा भाई रजतमणि हर गतिविधि की जानकारी काजल को दे रहा है। रजतमणि के जरिए पता लगा कि काजल का प्रेम संबंध आगरा जिले के खनदौली क्षेत्र के पलटू की प्यायू निवासी हरिमोहन शर्मा से चल रहा है। पुलिस कार्रवाई बढ़ने पर रजत ने काजल और उसके प्रेमी हरिमोहन शर्मा को कोर्ट मैरिज कराने के लिए गोरखपुर बुलाया। पहले से उनके पीछे लगी पुलिस ने दोनों ने दबोच लिया। पूछताछ में सामने आया कि स्टार मेकर एप के जरिए अप्रैल 2018 में दोनों पहली बार संपर्क में आए। प्रेम संबंध बढ़ने पर पहली बार दिसंबर 2018 में युवक उससे मिलने गोरखपुर आया था। मार्च 2019 में जब दोबारा दोनों मिले तो युवक ने नया मोबाइल फोन और सिमकार्ड खरीदकर दिया। इसके बारे में काजल के भाई और बहनों को जानकारी हो गई थी।

इंजीनियर ब्वॉयफ्रेंड साथ लेकर आया ब्लड वाला केमिकल

पुलिस के सामने काजल ने बताया कि वह पिता की प्रताड़ना से तंग थी। उसे मोबाइल कंपनी स जबरन निकाल दिया गया। तब उसने हमेशा के लिए पिता का घर छोड़ने का फैसला कर लिया। हरिमोहन शर्मा ने केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। घटना के 15 दिन पूर्व हुई बातचीत में काजल ने हरिओम को आइडिया सुझाया तो वह अपने संग केमिकल लेकर गोरखपुर पहुंचा। 10 सितंबर को काजल घर से निकली तो भोपा बाजार से टेंपो पकड़कर सीधे हरिओम संग वनसप्ती जंगल में पहुंची। हरिओम ने तीन शीशियों में भरा केमिकल काजल के सिर पर गिराकर कई एंगल से फोटो बनाई। फिर उसे पिता के मोबाइल पर भेज दिया। उस समय कुछ लोग जंगल में पहुंचे तो दोनों निकल गए। टेंपो पकड़कर फिर अंबेडकर चौराहे पर स्थित मॉल में पहुंचे।

नौसढ़ से पहुंचे आगरा, फिरोजाबाद में बनाया ठिकाना

मॉल में अपने लिए काजल ने नए कपड़े खरीदे। नाश्ता करने के बाद नौसढ़ से आगरा की प्राइवेट बस पकड़कर चले गए। बाद में दोनों ने फिरोजाबाद में किराए के कमरे में ठिकाना बना लिया। लेकिन शिकायत होने के बाद जब पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो काजल का फुफेरा भाई पुलिस की कार्रवाई और अखबार में छपी खबरों की जानकारी देने लगा। तब जाकर पुलिस को दोनों को जानकारी मिली। काजल के नोएडा, हरियाणा में छिपे होने की अफवाह उड़ाकर पुलिस टीम फिरोजाबाद पहुंची। लेकिन इसके पहले काजल और उसके ब्वॉयफ्रेंड ने गोरखपुर की बस पकड़ ली। काजल ने पुलिस को बताया कि पिता उसको प्रताडि़त करते थे। जबकि अपहरण, मर्डर की झूठी कहानी गढ़कर वह मोबाइल कंपनी के कर्मचारियों को फंसाना चाहती थी। तेज तर्रार काजल काफी शातिर निकली। उसने पुलिस को बताया कि वह चाहती थी कि उसके प्रेमी संग भागने से पिता का नाम बदनाम न हो इसलिए ऐसी कहानी गढ़ दी। कुसम्हीं जंगल से निकलने के बाद काजल और उसके प्रेमी ने अपने फैसले के बारे में चर्चा की थी। यह बात टेंपो सवार महिला ने सुन ली थी। मामला सामने आने पर उसने भी बताया कि एक युवक और युवती टेंपो में सवार होकर गोरखपुर गए थे।

पांच दिन की कड़ी मेहनत पर मिली सफलता

काजल के पिता को भेजी गई तस्वीर से पुलिस को घटना पर संदेह हो गया था। पुलिस आश्वस्त थी कि काजल ने प्रेमी संग मिलकर कहानी बनाई है। लेकिन दो दिनों के बाद जब राजनैतिक दबाव बना तो चिंता बढ़ गई। यदि युवती संग वाकई अनहोनी हो गई तो जवाब देना मुश्किल हो जाएगा। इस चक्कर में पुलिस ने ताकत झोंक दी। एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता के निर्देश पर एसएचओ नीरज राय, एसआई आलोक राय क्राइम ब्रांच की सर्विलांस टीम के प्रभारी धीरेंद्र राय, कांस्टेबल अनिल चौरसिया, महिला कांस्टेबल प्रेमशीला सहित पुलिस की अन्य टीमें लग गई। सीओ सुमित शुक्ला और प्रवीण सिंह के सुपरविजन में टीम को कामयाबी मिली।

थाना पर पिता और भाई ने की मुलाकात, रिश्तेदार भी पहुंचे

चौरीचौरा के हाई प्रोपाइल अपहरण कांड की घटना में युवती की बरामदगी होने की सूचना पर लोगों का जमावड़ा लगा रहा। युवती के पिता और भाई सहित अन्य रिश्तेदार भी थाने पर पहुंचे थे। युवती ने बताया कि वनसप्ती जंगल में उसने सिमकार्ड तोड़कर फेंक दिया था। जबकि मोबाइल को कूड़ाघाट में फेंका। केमिकल वाली शीशियों को जंगल में ही छोड़ आए थे। फिरोजाबाद में भी पकड़े जाने की आशंका में युवक ने अपना भी सिमकार्ड तोड़ दिया। फिर भी वह अपनी साजिश में कामयाब नहीं हो पाए।

वर्जन

पुलिस टीम ने युवती और उसके ब्वॉयफ्रेंड को अरेस्ट करके मामले का पर्दाफाश कर दिया है। युवती अपने परिवार में काफी प्रताडि़त थी। स्टार मेकर एप के जरिए उसकी जान पहचान युवक संग हुई थी। दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जेल भेज दिया गया है।

- सुमित शुक्ला, सीओ चौरीचौरा