- रक्षाबंधन के मौके पर दिन भर बाजार में रही रौनक, बहनों खरीदी राखी तो भाइयों ने लिए गिफ्ट्स

-पूर्वाह्न 11:30 बजे से शाम 7:30 बजे तक मुहूर्त

<- रक्षाबंधन के मौके पर दिन भर बाजार में रही रौनक, बहनों खरीदी राखी तो भाइयों ने लिए गिफ्ट्स

-पूर्वाह्न क्क्:फ्0 बजे से शाम 7:फ्0 बजे तक मुहूर्त

BAREILLY:

BAREILLY:

आज श्रावण माह की पूर्णिमा का दिन है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह खास दिन भाई का बहन के प्रति प्रेम प्रकट करने का दिन है। इस दिन भाइयों की दाहिनी कलाई पर बहनें रक्षा सूत्र बांधकर उनका तिलक करती हैं। साथ ही भाइयों से अपनी रक्षा करने का संकल्प लेती हैं। बहनों और भाइयों के प्रेम के प्रतीक इस पर्व में कोई कमी न रहे, इसके लिए बाजार पूरी तरह तैयार रहे। वहीं, दिन भर शहर के सभी गलियारों, सड़कों और मुख्य बाजारों में राखी की दुकानों पर बहनें भाइयों के लिए खूबसूरत राखियां खरीदते हुए नजर आई। तो दूसरी ओर, भाइयों का मुंह मीठा करने के लिए भी स्वीट्स शॉप भी कस्टमर्स से ठसाठस भरे रहे।

पापा को बांधेंगी राखी

रक्षा बंधन के मौके पर शहर के सिविल लाइंस, सुभाषनगर, श्यामगंज, सैटेलाइट, चौपुला, कुतुबखाना, कोहाड़ापीर, डीडीपुरम, राजेंद्रनगर समेत अन्य सभी एरिया राखी की दुकानों से पटे रहे। शॉप्स पर कोई फैमिली के साथ पहुंचा तो किसी ने फ्रेंड्स के साथ मिलकर मन मुताबिक राखियां परचेज की। यही नहीं, कुछ भाइयों ने बहनों को धूप से बचाने के लिए खुद ही राखी परचेज की। सिविल लाइंस स्थित राखी शॉप की कस्टमर शालिनी ने म् राखियां परचेज की। पूछने पर पता चला कि वह दो भाई, मामा, पापा और दो कजिन के लिए राखी परचेज की है। इस मौके पर भाइयों ने भी कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी। उन्होंने अपनी बहनों के लिए एक से बढ़कर एक गिफ्ट्स परचेज किए हैं।

शुभ मुहूर्त में बांधे राखी

रक्षाबंधन के मौके पर बहनें शुभ मुहूर्त में ही राखी बांधे तो भाइयों की लंबी उम्र की मनोकामना पूरी होने की संभावना है। ज्योतिषाचार्य डॉ। संजय सिंह के अनुसार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में पूर्णिमा के दिन राखी बांधने का विधान है। इस बार राखी बांधने का शुभ मुहूर्त ख्9 अगस्त को सुबह क्क्.फ्0 बजे से शुरू है, जो शाम साढ़े सात बजे तक रहेगा।

पूजा की थाली

किसी भी शुभ कार्य के लिए पूजा की थाली विशेष महत्व रखती है। इसलिए रक्षाबंधन के दिन पूजा की थाली तैयार करते वक्त खास ध्यान रखने की जरूरत है। पूजा की थाली में रोली, रक्षा, अक्षत, मिठाई, घेवर और प्रज्ज्वलित दीप विशेष रूप से रखना चाहिए।