रंग काला पड़ जायेगा 
गोवा में गत कुछ दिनों से नर्सें और 108 एंबुलेंस सेवा से जुड़े कर्मी भूख हड़ताल पर हैं. अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य कर्मी व नर्सें लगातार आंदोलन कर रही हैं. उनका कहना है कि यह सर्विस सरकार द्वारा अप्रूव्ड है, मगर इसे प्राइवेट फर्म चलाती है. आरोप है कि फर्म 33 ऐंबुलेंस की पेमेंट लेकर 13 ऐंबुलेंस ही चला रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान जब कल नर्सें गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर से मिलने गयी. नर्सो ने जब उनसे अपनी बात कही तो उन्होंने उन्हें बड़ा ही अजीबो गरीब जवाब दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह से धूप में हड़ताल करोगी तो काली हो जाओगी. जब रंग काला पड़ जायेगा तो अच्छा पति नहीं मिलेगा और शादी की संभावनायें धूमिल हो जायेंगी.

यह टिप्पणी गैर जरूरी
इस दौरान हड़ताल कर रही नर्सो और स्वास्थ्य कर्मचारियों का गुस्सा और उफान पर आ गया. नर्सों में से एक अनुशा सावंत ने कहा, जब पोंडा में हमने अपनी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात की तो उन्होंने कहा कि लड़कियों को तेज धूप में भूख हड़ताल पर नहीं बैठना चाहिए क्योंकि उनका रंग काला हो जाएगा और वो अच्छा पति नहीं पा सकेंगी.उन्होंने कहा, यह टिप्पणी गैर जरूरी थी. अगर मुख्यमंत्री वाकई हमारे बारे में चिंतित हैं तो हम उनसे उम्मीद करते हैं कि वो हमारी मांगें मानेंगे, अन्यथा यह इस बात की ओर इशारा है कि मुख्यमंत्री ने महज हम नर्सो का मजाक बनाया है.हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से कहा जा रहा है कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही है .

रंग काला पड़ जायेगा
गोवा में गत कुछ दिनों से नर्सें और 108 एंबुलेंस सेवा से जुड़े कर्मी भूख हड़ताल पर हैं. अपनी मांगों को लेकर स्वास्थ्य कर्मी व नर्सें लगातार आंदोलन कर रही हैं. उनका कहना है कि यह सर्विस सरकार द्वारा अप्रूव्ड है, मगर इसे प्राइवेट फर्म चलाती है. आरोप है कि फर्म 33 ऐंबुलेंस की पेमेंट लेकर 13 ऐंबुलेंस ही चला रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान जब कल नर्सें गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर से मिलने गयी. नर्सो ने जब उनसे अपनी बात कही तो उन्होंने उन्हें बड़ा ही अजीबो गरीब जवाब दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह से धूप में हड़ताल करोगी तो काली हो जाओगी. जब रंग काला पड़ जायेगा तो अच्छा पति नहीं मिलेगा और शादी की संभावनायें धूमिल हो जायेंगी.

 

यह टिप्पणी गैर जरूरी
इस दौरान हड़ताल कर रही नर्सो और स्वास्थ्य कर्मचारियों का गुस्सा और उफान पर आ गया. नर्सों में से एक अनुशा सावंत ने कहा, जब पोंडा में हमने अपनी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात की तो उन्होंने कहा कि लड़कियों को तेज धूप में भूख हड़ताल पर नहीं बैठना चाहिए क्योंकि उनका रंग काला हो जाएगा और वो अच्छा पति नहीं पा सकेंगी.उन्होंने कहा, यह टिप्पणी गैर जरूरी थी. अगर मुख्यमंत्री वाकई हमारे बारे में चिंतित हैं तो हम उनसे उम्मीद करते हैं कि वो हमारी मांगें मानेंगे, अन्यथा यह इस बात की ओर इशारा है कि मुख्यमंत्री ने महज हम नर्सो का मजाक बनाया है.हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से कहा जा रहा है कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही है .

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