किसान हैं पिता
मनोज मऊदोस्तपुर गांव का रहने वाला है
उसके पिता किसान हैंमनोज को बचपन से एथलेटिक्स का शौक था। 2008 में उसे मदन मोहन मालवीय स्टेडियम हॉस्टल में स्थान मिल गयाइसके बाद से उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखाजूनियर नेशनल चैम्पियनशिप के अलावा नेशनल लेवल की तमाम अन्य प्रतियोगिताओं में उसने शानदार प्रदर्शन किया और विभिन्न पदक हासिल किएकोच रुस्तम खान के अनुसार मनोज के हाथ लगी यह सबसे बड़ी सफलता हैमनोज का टारगेट अगले कामनवेल्थ गेम्स के साथ एशियाड में पदक हासिल करना है