पलामू (ब्यूरो) यह वही शिव पहाड़ी है, जहां की गई खुदाई में गढ़वा नगरगढ़ (वंशीधर नगर) की राजमाता को अद्भुत और अद्वितीय श्रीबंशीधरजी की 32 मन सोने की आदमकद प्रतिमा मिली थी। आज यही प्रतिमा गढ़वा जिले के बंशीधर नगर मंदिर में स्थापित है।

दो जगह हैं सोने के भंडार

रिपोर्ट के मुताबिक, जिले में दो जगह सोने के भंडार मिले हैं। यह सोना जमीन के अंदर दबा हुआ है। खान विभाग ने सोने का पता लगाया है। जल्द ही इस सोने को निकालने का काम शुरू होने की उम्मीद जतायी जा रही है। इसके खनन के लिए नीलामी प्रक्रिया से पूर्व जिओ टैगिंग की कार्रवाई शुरू की गई है।

15 वर्ष से स्वर्ण की तलाश में थी सर्वे टीम

खबरों के मुताबिक जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम पिछले 15 सालों से यहां स्वर्ण भंडार की तलाशी का काम कर रही थी। टीम ने आठ साल पहले ही जमीन के अंदर सोना होने की पुष्टि कर दी थी। प्रदेश की सरकार ने अब तेजी दिखाते हुए सोने को बेचने के लिए ई।नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सोनभद्र में सोने के उत्खनन का रास्ता साफ होने से पहले खनिज निदेशालय जिओ टैगिंग करवा रहा है।

सात सदस्यीय टीम आज सौंपेगी रिपोर्ट

पहाड़ी के आसपास सर्वे करती जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम जिओ टैगिंग के लिए शासन ने 7 सदस्यीय टीम गठित की है, जो 22 फरवरी तक शासन को रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद ब्लॉकों की नीलामी की प्रक्रिया योगी सरकार द्वारा की जाएगी। वैज्ञानिकों को महुली में 2943.26 टन और सोन पहाड़ी में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार मिला है। 2005 से जीएसआइ की टीम सोने की तलाश के लिए काम कर रही थी।

646 किलो सोना मिलने का अनुमान : डीजीएम लखनऊ

सोनभद्र जिले के खनिकर्म प्रभारी अधिकारी विजय कुमार मौर्य की अगुवाई में नौ सदस्यीय टीम ने जंगल में पहुंचकर सीमांकन का कार्य शुरू कर दिया है। प्रभारी अधिकारी ने बताया कि उक्त पहाड़ी में 646 किलो सोना मिलने का अनुमान डीजीएम लखनऊ द्वारा लगाया गया है, जिसकी ई टेंडरिंग हेतु वन विभाग व राजस्व विभाग के संयुक्त सहयोग से सीमाकंन का कार्य किया जा रहा है। सीमाकंन का कार्य पूरा होते ही ई टेंडरिंग की जाएगी।

पहाड़ी का रकबा 108 हेक्टेयर

जिस पहाड़ी में सोना मिला है उसका रकबा 108 हेक्टेयर बताया जा रहा है। इसके अलावा भी क्षेत्र की पहाडि़यों में कई बेशकीमती खनिज सम्पदा होने की बात की खास चर्चा है। यूरेनियम होने की भी संभावना जतायी जा रही है। स्वर्ण भंडार मिलने और यूरेनियम का भंडार होने के अनुमान से क्षेत्र के आसपास की पहाडि़यों में पिछले 15 दिनों से हेलिकॉप्टर द्वारा हवाई सर्वे भी किया जा रहा है। पहाड़ी पर पिछले 15 वषरें से भूतत्व व खनिकर्म विभाग के अधिकारी-कर्मचारी टेंट-तम्बू लगा कर डेरा जमाये हुए हैं।