नई दिल्ली (एएनआई)। शुभकामनाएं और अलविदा के साथ सुनील जाखड़ ने फेसबुक लाइव में आकर कांग्रेस छोड़ दी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जाखड़ ने सवाल किया कि क्या पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनके पास पार्टी में कोई पद नहीं है और फिर भी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्‍होनें पूछा कि मैं (पार्टी में) कोई पद नहीं रखता हूं। मेरी एक ही विचारधारा है। मैं सोनिया गांधी से पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते, क्या उन्हें नहीं पता कि मैं पार्टी में कोई पद नहीं रखता? फिर कारण बताओ क्यों मुझे नोटिस दिया जा रहा है। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं तारिक अनवर, जेपी अग्रवाल और अंबिका सोनी जो कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्य हैं। उन्‍होनें उनसे भी पूछताछ की है।

1970 में कहां थी अंबिका सोनी

उन्‍होनें आगे कहा कि तारिक अनवर ने मुझे कारण बताओ नोटिस दिया है। वह ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने पार्टी और सोनिया गांधी पर कई आरोप लगाकर कांग्रेस छोड़ दी थी। जाखड़ ने अंबिका सोनी पर भी निशाना साधा और पूछा कि वह उनके खिलाफ समिति का हिस्सा कैसे हो सकती हैं। 1970 में अंबिका सोनी कहां थी, जब कांग्रेस को अपने सदस्यों की सबसे ज्यादा जरूरत थी? वह अपनी जिम्मेदारियों से भाग गईं थी। सोनी ने कथित तौर पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को चेतावनी दी थी कि अगर जाखड़ को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया तो पंजाब में आग लग जाएगी।

पार्टी के साथ 50 साल पुराना है रिश्ता

11 अप्रैल को, कांग्रेस नेताओं केवी थॉमस और सुनील जाखड़ को पार्टी अनुशासन भंग करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और एक सप्ताह के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया था। हालांकि जाखड़ ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया। नोटिस पर जाखड़ ने कहा था कि वह कांग्रेस के गुलाम नहीं बल्कि अनुशासित कार्यकर्ता हैं। यह बताते हुए कि उनका कांग्रेस पार्टी के साथ 50 साल पुराना रिश्ता है। जाखड़ ने कहा कि वर्षों से, मैंने कांग्रेस पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में काम किया है। लेकिन अब जाखड़ ने कांग्रेस छोड़ दी है।

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