मिला था 21 करोड़ का बोनस

गूगल ने मार्च में निकेश अरोडा को साल 2012-13 में उनके बेहतरीन परफार्मेंस के लिये 35 लाख डॉलर (21 करोड़ रुपये) बोनस देने की घोषणा की थी. गूगल के किसी भी टॉप एक्जीक्यूटिव को दिया गया यह सबसे बड़ा बोनस था. निकेश को 2013 में 35 लाख डॉलर और 2012 में 28 लाख डॉलर मिल चुका है. गूगल के टॉप ऑफिसर्स में शुमार भारतीय मूल के निकेश करीब 10 साल से इस कंपनी में थे. निकेश की यह खबर खुद कंपनी के सीईओ लैरी पेज ने दी है. उन्होंने सोशल साइट पर इसकी सुचना देते हुये लिखा है कि निकेश हमारे पार्टनर सॉफ्टबैंक के वाइस चेयरमैन और सॉफ्टबैंक इंटरनेट एंड मीडिया के सीईओ की जिम्मेदारी संभालेंगे.

निकेश हैं बेहतरीन लीडर

गूगल के संस्थापक लैरी पेज ने लिखा,'निकेश गूगल के अनेक कर्मचारियों के लिये बेहतरीन लीडर, एडवाइजर और मेंटर साबित हुये हैं. उनसे सीखने वालों में मैं भी शामिल हूं. पेज के मुताबिक गूगल के बिजनेस फांउडर ओमिड कोरदेस्तानी अस्थई तौर पर निकेश का काम संभालेंगे. कोरदस्तानी कई साल तक गूगल की सेलसटीम का नेतृत्व कर चुके हैं. इसी साल अप्रैल में गूगल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट भारतीय मूल के विक गुंदोत्रा ने इस्तीफा दिया था. वह 8 साल तक कंपनी में रहे थे और गूगल प्लस तैयार करने में अहम योगदान दिया.

बीएचयू आईआईटी से पढ़े हैं अरोड़ा

निकेश अरोड़ा ने 1989 में बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) आईआईटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर की पढ़ाई की. वे बोस्टन कॉलेज के भी डिग्रीधारक हैं. इसके बाद उन्होंने नॉर्थइस्टर्न यूनिवर्सिटी से एमबीए की उपाधि ली. गूगल ज्वाइन करने से पहले भारतीय एयरटेल की यूरोपीय यूनिट के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर भी रहे हैं. वे लॉस एंजिल्स (अमेरिका) में पेले सेंटर ऑफ मीडिया के ट्रस्टी भी रहे. इसक बाद वे गूगल में आ गये.

Business News inextlive from Business News Desk