-लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा, बंधा के रैट और पाट होल से खतरे की आशंका

GORAKHPUR: मूसलाधार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। लेकिन बांध कई जगहों पर आज भी जर्जर हैं। उसमें रैट होल और पाट होल होने पर खतरा बढ़ सकता है। रेन कट के साथ जगह-जगह बांध काटकर बनाए गए रास्ते भी बाढ़ और बारिश में मुश्किलें बढ़ा सकती हैं। यह खुलासा हुआ है जिला प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की निरीक्षण रिपोर्ट में। दरअसल, जिला प्रशासन के निर्देश पर सिंचाई विभाग ने अपनी जांच में ऐसे 38 बांध चिह्नित किए हैं, जहां काम कराने की जरूरत है। कुछ दिन तक बंधों की मरम्मत भी हुई। जैसे-तैसे कर काम पूरा भी किया गया, लेकिन बारिश होते ही स्थिति जस की तस है। वहीं, 62 स्थानों को संवदेनशील या अतिसंवदेनशील श्रेणी में रखते हुए ज्यादा खतरे की अाशंका है।

डीएम ने सभी एसडीएम को िदया निर्देश

बाढ़ के खतरे को कम करने के लिए नदियों की धारा मोड़ने से लेकर जर्जर हो चुके बांध को दुरुस्त करने के लिए विभाग भले युद्धस्तर पर काम करने का दावा कर रहा हो, लेकिन प्रशासन और सिंचाई विभाग की तरफ से किए गए रियल्टी चेक में बांधों पर बड़े पैमाने पर गड़बडि़यां उजागर हुई हैं। डीएम के निर्देश पर सभी एसडीएम ने सिंचाई विभाग के अधिशासी और सहायक अभियंताओं के साथ लगातार निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। दो महीने पहले बनी संयुक्त टीम की जांच में न केवल बांध पर कमियां मिली थीं, बल्कि वहां जरूरी कार्यो के बारे में सुझाव भी दिया था।

बाढ़ खंड की स्थिति

बांध संवदेनशील अति संवेदनशील

मलौनी अजवनिया लहसड़ी, डुहिया

अजवनिया नदुआ, नौव्वा बखरिया, मिर्जापुर

लहसड़ी डुमरी, नौवा बरसाइत

नदुआ अव्वल

बिनहा बिनहा

वर्जन

बंधों पर पूरी तरह से नजर रखने के लिए सिंचाई विभाग और एसडीएम को निर्देश दिया गया है। इसकी मानिटरिंग भी हम लोग लगातार कर रहे हैं। किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।

के विजयेंद्र पांडियन, डीएम